
हेमंत नागले, इंदौर। इंदौर कलेक्टर जनसुनवाई में बी.ई का छात्र अपने पिता की मौत के बाद कलेक्टर से गुहार लगाने पहुंचा था, जहां पर उन्होंने सुपर स्पेशलिटी प्रभारी का एक वीडियो भी कलेक्टर जनसुनवाई में दिखाया जिसमें डॉक्टर साहब कहते हुए नजर आ रहे हैं कि जिस डॉक्टर से गलती हो गई तो क्या उसे फांसी पर चढ़ा दूं। पिता की मौत के बाद लगातार छात्र इंसाफ की गुहार लगा रहा है, लेकिन उसे मदद मिलना तो दूर… सिर्फ उसे एक जगह से दूसरी जगह भटकाया जा रहा है। परेशान छात्र ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की। कलेक्टर द्वारा जांच की बात भी कही गई, जिसके बाद अब जनसुनवाई में उसे कुछ इंसाफ मिलने की उम्मीद है।
पिता की मौत का जिम्मेदार कौन ?
आशुतोष मकोड़े ने बताया की वह बी.ई 4th ईयर कंप्यूटर साइंस का छात्र है। वह अपने पिता शंकर मकोड़े की मौत के बाद लगातार परेशान है। 21 अप्रैल को उसने अपने पिता शंकर को इंदौर के एमवाय अस्पताल में डॉक्टर को दिखाया था, जहां सिटी स्कैन व अन्य इलाज के लिए उसे कैंसर अस्पताल भेजा गया। जहां पर इलाज नहीं मिलने के बाद पीड़ित ने निजी अस्पताल में सिटी स्कैन व अन्य जांच कराना बताया, आयुष्मान कार्ड नहीं लाने के कारण सिटी स्कैन निजी लैब में हुआ। जिसमें उसका बहुत अधिक रुपया खर्चा हुआ। वहीं, 4 दिन बाद डॉक्टर की लापरवाही के कारण उसके पिता की मौत हो गई। पिता की मौत के बाद छात्र और परिजनों ने लगातार डॉक्टरों से संपर्क साधने की कोशिश की, लेकिन डॉक्टरों ने उसकी एक न सुनी। जिसके बाद उसने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई। सीएम हेल्पलाइन की शिकायत के बाद पूरा मामला इंदौर कलेक्टर के संज्ञान में आया और उन्होंने डीन को पूरे मामले में जांच करने को कहा। जिस पर डीन द्वारा एक रिपोर्ट बनाकर कलेक्टर के समक्ष पेश कर दी गई, लेकिन पीड़ित अभी भी परेशान है और अपने पिता की मौत का जिम्मेदार कौन है ? उसे यह समझ नहीं आ रहा…।
छात्र ने डॉकटर्स पर लगाया लापरवाही का आरोप
आशुतोष मकोड़े का कहना था कि पिता उसके सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे थे और उन्होंने आज तक किसी प्रकार के मादक पदार्थों का सेवन नहीं किया और न ही वह ऐसी कोई चीज खाते थे जिससे उन्हें मुंह का कैंसर हो। लेकिन उसके बावजूद भी डॉक्टर ने यदि कैंसर बताया था तो उन्हें इतने अस्पतालों में भटकाया गया कि 4 दिन में ही उनकी मौत हो गई। सही इलाज ना मिलने के कारण पिता की मौत हो गई। पीड़ित पक्ष ने डॉक्टरों की लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं, इंदौर कलेक्टर व अन्य अधिकारी इस मामले में जांच की बात कह रहे हैं।
डॉक्टर से गलती हो गई तो क्या उसे फांसी पर चढ़ा दूं !
सुपर स्पेशलिटी के प्रभारी सुमित शुक्ला से जब पीड़ित पक्ष बात करने गया तो उन्होंने काफी गुस्से में कहा कि डॉक्टर से गलती हो गई है तो क्या उसे फांसी पर चढ़ा दूं। डॉक्टर अपनी गलती मानने को तैयार नहीं है और दूसरी ओर इस तरह से पीड़ित पक्ष को वह धमकाते नजर आ रहे हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) June 6, 2023