
ग्वालियर। हरसी बांध की नहर डी-15 की सहायक कैनाल में उर्वा के पास और डी-18 की सहायक नहर में शीतलपुर चक के पास दबंगों ने कांक्रीट की दीवार बना दी है। ऐसा इसलिए किया गया है कि पानी सीधा न जाकर सहायक नहर से सीधे उनके खेतों तक पहुंचे। दबंगों द्वारा पानी पर किए गए इस कब्जे पर अभी तक कार्रवाई न होने से जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
दो फीट चौड़ी दीवार
नहर में पांच फीट की दीवार उठाई गई है। अगर कम पानी छोड़ा जाता है तो आगे के गांवों के किसानों के खेत तक पानी पहुंचेगा ही नहीं। ओवरफ्लो होने पर ही उन्हें पानी मिल सकेगा।
2023 में हो चुका संघर्ष
वर्ष 2023 में धान के लिए कम पानी छोड़ने के समय किसानों में आपसी संघर्ष हुए थे। दबंगों ने नहर में पत्थर और मिट्टी डालकर पानी रोक लिया था। इसकी शिकायत होने के बाद प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा, तब नहर से अतिक्रमण हटा था।
40 से अधिक गांवों में जाता है पानी
डबरा और भितरवार के अलावा टेल पोर्शन में मुरार क्षेत्र के 40 से अधिक गांवों की फसलों को हरसी की नहरों से पानी मिलता है। चीनोर, दुबहा आदि क्षेत्रों के किसानों ने ये पानी रोका है।
नहर को रोक नहीं सकते
नहर में किसी तरह की रोक नहीं लगाई जा सकती है। दीवार बनाने की स्वीकृति किसी भी स्थिति में विभाग नहीं देता है। मामला जानकारी में है, दीवार तुड़वाई जाएगी। -पंकज सेंगर, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन
दीवार को तोड़ेंगे
शीतलपुर गांव के पास कुछ किसानों ने नहर में दीवार बना ली है। दीवार हटाने के लिए संबंधित किसानों से कहा गया है, नहीं हटाएंगे तो हम तुड़वा देंगे। -महेश चंद्र शर्मा, एसडीओ , डी-18