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मैहर बैंड के संगीत, गजल की खुमारी और फिल्मी गीतों से सजी ‘अनुश्रुति’ की शाम

रवींद्र भवन में केसरिया तेरा इश्क... और अपना बना ले पिया... जैसे गीतों पर झूमे श्रोता

संस्कृति विभाग की नवीन मासिक शृंखला अनुश्रुति कार्यक्रम का रवींद्र भवन में शुक्रवार शाम शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के पहले दिन मैहर बैंड के संगीत, लोक के सुरीले स्वर, गजल की खुमारी और बॉलीवुड गायक लक्ष्य कपूर के गीतों ने समा बांध दिया। हालांकि कार्यक्रम में दर्शकों की उपस्थिति कम रही। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संचालक संस्कृति अदिति कुमार त्रिपाठी और सहायक संचालक वंदना जैन उपस्थित रहीं। विदिशा से आए लोक गायक परमानंद केवट एवं साथियों ने बुंदेली गीतों की प्रस्तुति दी। इसके बाद शासकीय संगीत महाविद्यालय, मैहर द्वारा मैहर बैंड ने प्रस्तुति दी। बैंड के कलाकरों ने कार्यक्रम की शुरुआत राग किरवानी से की। इस दौरान कलाकारों ने रघुपति राघव राजाराम…., गांधीजी के अन्य भजन एवं निमाड़ी धुन श्रोताओं को सुनाई। गौरतलब है, कि मैहर बैंड विश्व का पहला शास्त्रीय संगीत का बैंड है। इस बैंड ने श्रोताओं को बैठकर गीत सुनाए जो कि अमूमन खड़े होकर सुनाए जाते हैं।

वाणी ने सुनाईं बशीर बद्र और फैज की गजल

युवा गायिका वाणी राव ने अपनी गजलों के गुलदस्तों के साथ अपने गुरु डॉ. बशीर बद्र की गजल, अगर तलाश करूं कोई मिल ही जाएगा…, श्रोताओं को सुनकर मंत्रमुग्ध कर दिया। वाणी ने शायर फैज अहमद फैज, नासिर साहब, फैयाज हाशमी, ताहिर फराज, अहमद फराज बड़े—बड़े शायरों की गजलें पेश की।

फिल्मी गीत सुनकर झूम उठे श्रोता

कार्यक्रम के अंतिम चरण में गायक लक्ष्य कपूर एवं साथी, मुंबई द्वारा सुगम संगीत की प्रस्तुति दी गई। उन्होंने अपनी प्रस्तुति की शुरुआत रमता जोगी….गीत से की। इसके बाद केसरिया तेरा इश्क…., अपना बना ले पिया…., सांसों की माला…., छैया छैया…. जैसे कई सुपरहिट गीत प्रस्तुत किए।

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