भोपाल। देश के हॉकी स्टार ओलंपिक मेडल विजेता विवेक प्रसाद सागर रविवार सुबह मध्य प्रदेश की राजधानी पहुंचे। पेरिस ओलंपिक 2024 में ब्रॉन्ज मेडल विजेता डीएसपी विवेक सागर का भोपाल एयरपोर्ट पर स्वागत किया गया। राजा भोज एयरपोर्ट पर पुलिस के आला अफसरों ने अपने इस हीरो का वेलकम किया। उनके स्वागत में पूरा एयरपोर्ट ढोल-नगाड़ों से गूंजता रहा। इसके साथ ही बड़ी संख्या में फैंस और खेल मंत्री विश्वास सांरग भी एयरपोर्ट पहुंचे। इस दौरान प्रशंसकों ने उनके नाम के नारे भी लगाए।
एमपी पुलिस में डीएसपी हैं विवेक
पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारतीय हॉकी टीम शनिवार को भारत लौट आई है। टीम में प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे विवेक सागर प्रसाद रविवार सुबह एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI 435 नई दिल्ली से भोपाल पहुंचे। MP पुलिस के डीआईजी एसएएफ मुख्यालय, डॉ. कल्याण चक्रवर्ती, 7वीं वाहिनी के कमांडेंट ने उनका स्वागत किया।
मध्य प्रदेश पुलिस खेल विभाग के 50 खिलाड़ियों ने डीएसपी विवेक सागर की अगवानी की। उनका स्वागत और अभिवादन करने एयरपोर्ट पर सभी उपस्थित रहे। विवेक इटारसी से सटे चांदौन गांव के रहने वाले हैं। वे एमपी पुलिस में डीएसपी हैं। पिछली बार ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद प्रदेश सरकार ने उन्हें इस पद पर सीधी नियुक्ति दी थी।
विवेक लगातार दो पदक जीतने वाले एमपी के पहले खिलाड़ी
पेरिस ओलिंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय हॉकी टीम ने चौथा मेडल जीता था। 8 अगस्त को खेले गए ब्रॉन्ज मेडल के मुकाबले में भारत ने स्पेन को 2-1 से हराकर लगातार दूसरे ओलिंपिक गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इससे पहले टोक्यो गेम्स में भी टीम ने कांस्य पदक अपने नाम किया था। विवेक सागर: टोक्यो में गई भारतीय हॉकी टीम का भी हिस्सा थे। ऐसे में वे मध्य प्रदेश के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें लगातार दो ओलंपिक में मेडल मिले हैं।
दिग्गज गोलकीपर श्रीजेश ने लिया संन्यास
हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल की जीत के साथ ही टीम इंडिया के गोलकीपर श्रीजेश ने भी हॉकी को अलविदा कह दिया। बतौर खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक में श्रीजेश का ये अंतिम मैच रहा। इसमें जीत के साथ सुनहरी यादें लिए श्रीजेश को टीम के खिलाडि़यों ने भावुक विदाई थी। टीम के सभी किलाड़ियों ने जहां जीत के बाद इस स्टार गोलकीपर को गोल पोस्ट के ऊपर बिठा दिया, वहीं श्रीजेश ने हाथ जोड़कर सभी देशवासियों और हॉकी फैंस को धन्यवाद किया।
भारतीय हॉकी टीम का 13वां मेडल
भारतीय हॉकी टीम ने ओलिंपिक के इतिहास में अपना 13वां मेडल जीता है। भारत अब तक रिकॉर्ड 8 गोल्ड, एक सिल्वर और चार ब्रॉन्ज पदक जीत चुका है।
भारत के ओलंपिक मेडलिस्ट की पूरी लिस्ट
एथलीट/खेल | मेडल | इवेंट | ओलंपिक सीजन |
नॉर्मन प्रिचर्ड* | सिल्वर | पुरुषों की 200 मीटर रेस | पेरिस 1900 |
नॉर्मन प्रिचर्ड** | सिल्वर | पुरुषों का 200 मीटर बाधा दौड़ (हर्डल रेस) | पेरिस 1900 |
भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | एम्स्टर्डम 1928 |
भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | लॉस एंजिल्स 1932 |
भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | बर्लिन 1936 |
भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | लंदन 1948 |
भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | हेल्सिंकी 1952 |
भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | मेलबर्न 1956 |
केडी जाधव | ब्रॉन्ज | पुरुषों की बेंटमवेट कुश्ती | हेल्सिंकी 1952 |
भारतीय हॉकी टीम | सिल्वर | पुरुष हॉकी | रोम 1960 |
भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | टोक्यो 1964 |
भारतीय हॉकी टीम | ब्रॉन्ज | पुरुष हॉकी | मेक्सिको सिटी 1968 |
भारतीय हॉकी टीम | ब्रॉन्ज | पुरुष हॉकी | म्यूनिख 1972 |
भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | मास्को 1980 |
लिएंडर पेस | ब्रॉन्ज | पुरुष एकल टेनिस | अटलांटा 1996 |
कर्णम मल्लेश्वरी | ब्रॉन्ज | भारोत्तोलन (महिलाओं का 54 किग्रा | सिडनी 2000 |
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ | सिल्वर | पुरुषों की डबल ट्रैप शूटिंग | एथेंस 2004 |
अभिनव बिंद्रा | गोल्ड | पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग | बीजिंग 2008 |
विजेंदर सिंह | ब्रॉन्ज | पुरुषों की मिडिलवेट बॉक्सिंग (मुक्केबाजी) | बीजिंग 2008 |
सुशील कुमार | ब्रॉन्ज | पुरुषों की 66 किग्रा कुश्ती | बीजिंग 2008 |
सुशील कुमार | सिल्वर | पुरुषों की 66 किग्रा कुश्ती | लंदन 2012 |
विजय कुमार | सिल्वर | पुरुषों की 25 मीटर रैपिड पिस्टल शूटिंग | लंदन 2012 |
साइना नेहवाल | ब्रॉन्ज | महिला एकल बैडमिंटन | लंदन 2012 |
मैरी कॉम | ब्रॉन्ज | महिला फ्लाइवेट मुक्केबाजी | लंदन 2012 |
योगेश्वर दत्त | ब्रॉन्ज | पुरुष 60 किग्रा कुश्ती | लंदन 2012 |
गगन नारंग | ब्रॉन्ज | 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग | लंदन 2012 |
पीवी सिंधु | सिल्वर | महिला एकल बैडमिंटन | रियो 2016 |
साक्षी मलिक | ब्रॉन्ज | महिला 58 किग्रा कुश्ती | रियो 2016 |
मीराबाई चानू | सिल्वर | महिला 49 किग्रा भारोत्तोलन (वेटलिफ्टिंग) | टोक्यो 2020 |
लवलीना बोरगोहेन | ब्रॉन्ज | महिला वेल्टरवेट बॉक्सिंंग (64-69 किग्रा) | टोक्यो 2020 |
पीवी सिंधु | ब्रॉन्ज | महिला एकल बैडमिंटन | टोक्यो 2020 |
रवि कुमार दहिया | सिल्वर | पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा कुश्ती | टोक्यो 2020 |
भारतीय हॉकी टीम | ब्रॉन्ज | पुरुष हॉकी | टोक्यो 2020 |
बजरंग पुनिया | ब्रॉन्ज | पुरुष 65 किग्रा कुश्ती | टोक्यो 2020 |
नीरज चोपड़ा | गोल्ड | पुरुषों का भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) | टोक्यो 2020 |
मनु भाकर | ब्रॉन्ज | 10 मीटर एयर पिस्टल | पेरिस 2024 |
मनु भाकर-सरबजोत सिंह | ब्रॉन्ज | 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम | पेरिस 2024 |
स्वप्निल कुसाले | ब्रॉन्ज | मेन्स 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन | पेरिस 2024 |
भारतीय हॉकी टीम | ब्रॉन्ज | पुरुष हॉकी | पेरिस 2024 |
नीरज चोपड़ा | सिल्वर | पुरुषों का भाला फेंक (एथलेटिक्स) | पेरिस 2024 |
अमन सहरावत | ब्रॉन्ज | पुरुष 57 किग्रा कुश्ती | पेरिस 2024 |
*** नोट- नॉर्मन प्रिचर्ड ने ब्रिटिश झंडे के तहत भारत की ओर से भाग लिया था, वह एक ब्रिटिश मूल के खिलाड़ी थे
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