नई दिल्ली। हर साल 7 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस (National Cancer Awareness Day 2020) मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कैंसर दूसरी सबसे घातक बीमारी है जो लोगों में मृत्यु का कारण बनती है। यह दिन इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह लोगों को कैंसर के गंभीर खतरे के बारे में शिक्षित करता है।
क्या है इस दिन का इतिहास ?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने पहली बार सितंबर 2014 में राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस की घोषणा की। उन्होंने कैंसर नियंत्रण पर राज्य-स्तरीय आंदोलन शुरू किया और लोगों को मुफ्त स्क्रीनिंग के लिए नगर निगम के क्लीनिकों को रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया। कैंसर के शुरुआती लक्षणों और इससे कैसे बचें इसके बारे में बात करने वाली एक पुस्तिका भी वितरित की गई थी।
कैंसर के लक्षण
हालांकि कैंसर का पता लगाने के लिए स्क्रीनिंग से गुजरना पड़ता है, जानिए क्या हैं इसके लक्षण…
- लगातार दस्त होना
- अस्पष्टीकृत रक्ताल्पता
- स्तन की गांठ
- लार में लगातार खांसी और खून आना
- मल में खून
- पेशाब में बदलाव
क्या है उपचार ?
नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने 42 एंटी-कैंसर दवाओं के लिए पायलट ऑन ट्रेड मार्जिन तर्कसंगतकरण शुरू किया। इसके अन्य उपचार हैं-
- इम्यूनोथेरेपी
- विकिरण चिकित्सा
- कीमोथेरेपी
- हार्मोन थेरेपी
- स्टेम सेल ट्रांसप्लांट
- लक्षित थेरेपी
- परिशुद्धता चिकित्सा
- शल्य चिकित्सा
कैसे करें रोकथाम ?
स्वस्थ आहार और वजन बनाए रखने से कैंसर से लड़ने में लंबे समय तक मदद मिलती है। इसके अलावा…
- टीका लगवाएं
- तंबाकू का उपयोग न करें
- धूप से सुरक्षा
- नियमित चेक-अप