ग्वालियरताजा खबरमध्य प्रदेश

मुरार स्थित सेकंड बटालियन में नीम के पेड़ों को कीट से बचाने के लिए ड्रोन से किया दवा का छिड़काव

हरे रंग के कीट ने नीम के पेड़ों को अपनी गिरफ्त में लिया

ग्वालियर। मुरार स्थित सेकंड बटालियन में लगे नीम के पेड़ों को हरे रंग के कीट (नेटन कैटर पिलर) ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। कीट पेड़ों पर लगी पत्तियों को चट कर गए हैं। पेड़ों को कीटों से बचाने के लिए पहली बार ड्रोन के जरिए दवा का छिड़काव किया गया है, दवा के प्रभाव से कीट नष्ट हो रहे हैं। सेकंड बटालियन के अधिकारियों ने कलेक्टर रुचिका चौहान से नीम के पेड़ों में कीटों द्वारा पत्तियों को कुतरने की जानकारी देते हुए इन पेड़ों को बचाने की मांग की थी।

कलेक्टर ने कृषि विभाग के उप संचालक आरएस शाक्यवार को नीम के इन पेड़ों को कीटों से मुक्त कराने के निर्देश दिए। उप संचालक ने कृषि विवि के कीट वैज्ञानिक डॉ. एसएस तोमर से संपर्क किया। इन्होेंने मौके पर जाकर नीम के पेड़ और कीटों को देखा। डॉ. तोमर ने बताया कि यह कीट (नेटन कैटर पिलर) पहली बार देखने में आया है। इसे नष्ट करने के लिए जैविक दवा या रासायनिक दवा का छिड़काव करना होगा। दवा का छिड़काव पूरे पेड़ पर हो, इसके लिए ड्रोन का सहारा लेना होगा।

पत्तियां हुई गायब, दवा के प्रभाव से कीट हो रहे हैं नष्ट

कृषि विभाग ने पानी में प्रोफेनोफास और साइपरमेथ्रिन मिलाकर रासायनिक दवा तैयार की और ड्रोन से पेड़ों और कीटों पर दवा का छिड़काव किया। दवा के प्रभाव से कीट नष्ट हो रहे हैं। कीटों के कारण पेड़ों की पत्तियां गायब हो गई हैं।

पहली बार फैला प्रकोप

मुरार स्थित सेकंड बटालियन में लगे नीम के पेड़ों में पहली बार नेटन कैटर पिलर का प्रकोप देखने को मिला है। यह कीट पत्तियों को कुतर रहे हैं। दवा के प्रभाव से कीट नष्ट हो रहे हैं। -डॉ. एसएस तोमर, कीट वैज्ञानिक कृषि विवि ग्वा.

संबंधित खबरें...

Back to top button