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स्कूली बच्चों को ले जा रहे वैन ड्राइवर को हार्ट अटैक; मौत से पहले छात्रों को दूसरी वैन से भेजा

भोपाल में स्कूल बसों से जुड़ी दो घटनाएं, ड्राइवरों की सूझबूझ से बची बच्चों की जान

भोपाल। बिलाबॉन्ग स्कूल के बच्चों को लेकर जा रहे एक वैन चालक को हार्ट अटैक आ गया। उसने किसी तरह वैन सड़क किनारे रोकी और दूसरे वाहन से बच्चों भेज दिया। इधर, पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वैन चालक बेसुध मिला। उसे हमीदिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि हार्ट अटैक से उसकी मौत हो चुकी है। तलैया थाने के हेड कांस्टेबल चंद्रकांत शर्मा ने बताया कि सुनील साहू (27) नई बस्ती टीला जमालपुरा में रहता था और स्कूल वैन चलाता था। शुक्रवार सुबह वह बच्चों को लेकर जा रहा था। रेतघाट के पास अचानक उसके सीने में दर्द उठा तो उसने दूसरे वैन चालक को फोन करके बच्चों को स्कूल छोड़ने के लिए कहा। उसके बाद तलैया चौकी के सामने चाय की दुकान के पास सड़क किनारे वैन रोक दी।

इधर सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो सुनील ड्राइविंग सीट पर बेसुध हालत में मिला। सुनील को हमीदिया अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया था। परिजन के अनुरोध पर बगैर पीएम के ही पुलिस ने सुनील का शव सौंप दिया। मृतक के परिवार में पत्नी के अलावा छह साल की एक बेटी है। पुलिस वैन में सवार बच्चों के बयान भीं जांच में लेगी।

स्कूल बस ड्राइवर को आया चक्कर, पोल को तोड़ते हुए प्लॉट में घुसी, 8 बच्चे घायल

कोलार इलाके में शुक्रवार दोपहर सेज इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों से भरी एक बस के ड्राइवर को अचानक चक्कर आ गया। इससे अनियंत्रित बस दूसरी सड़क पर पहुंची और सीमेंट के पोल तथा पेड़-पौधों को रौंदते हुए खाली प्लॉट पर पहुंच गई। चक्कर आने के बावजूद ड्राइवर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बस को खाली स्थान की तरफ मोड़ दिया था। हादसे में आठ बच्चों को हल्की चोट आई है। एसीपी अंजलि रघुवंशी ने बताया कि बस शुक्रवार दोपहर बच्चों को छोड़ने निकली थी।

बस में आठवीं, नौवीं और ग्यारहवीं के बच्चे और स्टाफ समेत करीब 40 लोग थे। दोपहर करीब तीन बजे बस विराशा हाइट्स के पास पहुंची, तभी ड्राइवर हसीब खान को चक्कर आ गया। इससे बस अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़ते हुए दूसरी सड़क पर जा पहुंची। कंडक्टर ने बस को संभालने का प्रयास किया, लेकिन बस दूसरी सड़क से नीचे उतर कर सीमेंट के पोल को रौंदते हुए खाली पड़े प्लॉट पर पहुंचकर रुक गई। बताया गया है कि ड्राइवर को चक्कर आया था और उसके मुंह से झाग निकला रहा था।

युवाओं में बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामले के पीछे कई कारक हो सकते हैं। युवाओं में तनाव, सिगरेट और शराब की अधिकता से दिल कमजोर हो रहा है। अनियमित दिनचर्या और खानपान से धमनी में वसा की परत का निर्माण होता है। यह परत टूटकर रक्त वाहिका में प्रवेश कर जाती है, जिससे वाहिका में रक्त का थक्का बन जाता है, और वह बंद हो जाती है। धूम्रपान के आदी, सुस्त जीवन शैली वाले, मोटापे, खराब रक्तचाप से ग्रस्त, मधुमेह से पीड़ित या उच्च कोलेस्ट्रॉल के शिकार लोगों के साथ इस तरह की दिक्कत हो सकती है। इसके केवल यही कारण नहीं हैं। जिम में अत्यधिक कसरत करने से भी ऐसा हो सकता है। – डॉ. आरएस मीणा, हृदय रोग विशेषज्ञ, हमीदिया अस्पताल

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