
मध्यप्रदेश के किसानों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। प्रदेश में अब 28 मार्च से गेहूं खरीदी शुरू होगी। बता दें कि इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में 28 मार्च से गेहूं खरीदी की जाएगी। वहीं नर्मदापुरम, जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर, भोपाल और चंबल संभाग के जिलों में 4 अप्रैल से खरीदी की जाएगी।
कितने किसानों ने कराया पंजीयन ?
गेहूं उपार्जन के लिए 19 लाख 81 हजार किसानों ने पंजीयन कराया। जो विगत वर्ष का 80% है। इसमें कुल एकड़ 42.24 लाख हेक्टेयर है, जो विगत वर्ष से 84% अधिक है।
कब-कहां बेच सकेंगे ?
- सरकार 28 मार्च से 10 मई के बीच इंदौर और उज्जैन संभाग में गेहूं की खरीदी करेगी। इसमें इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, खंडवा, उज्जैन, देवास, रतलाम, शाजापुर, मंदसौर, नीमच और आगर शामिल हैं।
- नर्मदापुरम, जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर, भोपाल और चंबल संभाग में 4 अप्रैल से 16 मई तक गेहूं खरीदी होगी। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिले शामिल हैं।
गेहूं खरीदी पर बोले बिसाहूलाल सिंह
- खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि सरकार किसानों की उपज का एक-एक दाना खरीदेगी। इसके लिए शासन द्वारा पंजीयन से लेकर भुगतान तक की पारदर्शी व्यवस्था की गई है।
- इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जो विगत वर्ष से 40 रुपए प्रति क्विंटल अधिक है। उपार्जित गेहूं के भण्डारण के लिए 84 लाख मीट्रिक टन के लिए स्थान रिक्त है।
- आगामी माह में पीडीएस एवं अन्य माध्यम से स्कंध के उठाव से 34 लाख मीट्रिक टन क्षमता रिक्त होगी और 58 लाख मीट्रिक टन के नवीन गोदाम निजी क्षेत्र में बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही 4 लाख मीट्रिक टन के सायलो भी बनाए जा रहे हैं। इस प्रकार कुल 180 लाख मीट्रिक टन क्षमता भण्डार के लिए उपलब्ध है।
- समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए पिछले वर्ष की तरफ इस वर्ष 4663 केंद्र बनाए गए है। इसके अलावा गोदामों पर अलग से खरीदी की व्यवस्था की जाएगी।
- भुगतान के लिए आधार से खातों को लिंक किया गया है, जिससे किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो।
- खरीदी में गडबड़ी रोकने और वास्तविक किसानों के रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है। इसके लिए आधार नंबर आधारित बायोमेट्रिक/ओटीपी सत्यापन के आधार पर पंजीयन की व्यवस्था की गई थी। इसमें 41 प्रतिशत बायोमेट्रिक सत्यापन से पंजीयन किया गया।
ये नियम रहेंगे
- किसानों को फसल बेचने के लिए SMS का इंतजार नहीं करना होगा।
- किसान www.mpeuparjan.nic.in पर जाकर स्लॉट की बुकिंग करा सकते हैं।
- किसान खुद के मोबाइल से स्लॉट बुक कर सकते हैं।
- इसके अलावा MP Online, कॉमन सर्विस सेंटर, ग्राम पंचायत, लोक सेवा केंद्र, इंटरनेट कैफे, खरीदी केंद्र से भी बुकिंग हो सकेगी।
- सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक स्लॉट बुक कर सकेंगे।
- स्लॉट बुकिंग की वैधता 3 दिन रहेगी।
- ऑनलाइन तरीके से होने वाली बुकिंग सिर्फ सोमवार से शुक्रवार के बीच ही होगी।
- किसान शनिवार और रविवार को बुकिंग नहीं करा सकेंगे।
- स्लॉट बुकिंग में कोई दिक्कत आए तो किसान पास के खरीदी केंद्र पर जा सकते हैं। वहां पर बुकिंग हो जाएगी। इसे लेकर अभी सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी नहीं किया है।
- किसान अपनी तहसील के किसी भी सेंटर पर गेहूं बेच सकेंगे।
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