
लंदन। नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक पीटर हिग्स का 94 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। हिग्स को गॉड पार्टिकल की खोज के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। गॉड पार्टिकल की खोज ने यह समझाने में मदद की थी कि बिग बैंग के बाद सृष्टि की रचना कैसे हुई। उनको हिग्स बोसोन सिद्धांत के लिए संयुक्त रूप से भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। उनके निधन की खबर एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी की तरफ से दी गई।
Nobel-winning physicist behind 'God' particle, Peter Higgs, passes away at 94
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— ANI Digital (@ani_digital) April 9, 2024
महान शिक्षक थे पीटर हिग्स
एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी ने उनकी मौत की जानकारी देते हुए बताया कि, सोमवार 8 अप्रैल को बीमारी के बाद पीटर हिग्स ने अपने घर में अंतिम सांस ली। वे एक महान शिक्षक, गुरु और युवा वैज्ञानिकों की पीढ़ियों को प्रेरित करने वाले इंसान थे। हिग्स शानदार शख्सियत और प्रतिभाशाली वैज्ञानिक थे। उनकी दृष्टि और कल्पना से हमें दुनिया के बारे में ज्ञान लेने का समृद्ध मौका मिला। उनके कार्यों से हजारों वैज्ञानिक प्रेरित होते हैं। आने वाली पीढ़ियां उनकी विरासत को भी आगे बढ़ाती रहेंगी।
पीटर हिग्स ने इस पहेली को किया था सॉल्व
वैज्ञानिक पीटर हिग्स ने इस पहेली को सुलझाने पर काम किया था। ब्रह्मांड में द्रव्यमान कैसे हैं, इस तरह से भौतिकी की पहेली को उन्होंने हल किया था। इस उपलब्धि के बाद पीटर हिग्स को किताबों में अल्बर्ट आइंस्टीन और मैक्स प्लैंक के साथ जगह मिली।
2013 में मिला नोबेल पुरस्कार
ब्रिटेन के पीटर हिग्स और बेल्जियम को फ्रांस्वा इंगलर्ट ने 2013 के भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। दोनों वैज्ञानिकों ने परमाणु से छोटे कणों के द्रव्यमान को समझाने की प्रक्रिया की सैद्धांतिक खोज की थी। हिग्स रॉयल सोसाइटी के सदस्य और कंपेनियन ऑफ ऑनर रहे। उन्होंने 2012 में सैद्धांतिक भौतिकी के लिए हिग्स सेंटर की स्थापना की थी।
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