भोपाल। एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। वन्दे मातरम् और भारत माता के नारे के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। भाई और बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। वहीं इस दौरान शहीद के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह भावुक हो गए। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैप्टन को सैल्यूट कर श्रद्धांजलि दी। तीनों सेनाओं – जल, थल और नभ के अफसरों ने श्रद्धांजलि दी। एयरफोर्स ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। कैप्टन को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
अलविदा कैप्टन वरुण सिंह
वन्दे मातरम् और भारत माता के नारे के साथ पंचतत्व में विलीन हुए शहीद कैप्टन वरुण सिंह। बेटे और भाई ने दी मुखाग्नि।
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को मंत्री विश्वास सारंग ने दी श्रद्धांजलि
धन्य है वो धरती जहां ऐसे वीर हुए
'मध्यप्रदेश के लाल' ग्रुप कैप्टन #VarunSingh जी अपने शौर्य और साहस के लिये हम सभी के दिलों में सदा अमर रहेंगे।
जय हिंद pic.twitter.com/RX7qUYi5aV— Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) December 17, 2021
घर पर लोगों ने किए अंतिम दर्शन
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर सेना के प्लेन से गुरुवार दोपहर भोपाल एयरपोर्ट लाया गया। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और विधायक रामेश्वर शर्मा समेत सेना और प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। जिसके बाद पार्थिव शरीर को सेना के फूलों से सजे ट्रक से भोपाल स्थित सनसिटी कॉलोनी में उनके घर ले जाया गया। यहां पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भोपाल के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह, स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा समेत कई लोगों ने पुष्पांजलि दी। इसके बाद वरुण सिंह के पार्थिव शरीर को मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाया गया।
परिवार को 1 करोड़ की सम्मान निधि देगी सरकार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर दु:ख जताया। सीएम ने कहा, श्रद्धेय वरुण सिंह जी की स्मृतियों को अक्षुण्ण रखने के लिए उनकी प्रतिमा की स्थापना और संस्था का नामकरण उनके नाम पर किया जाएगा। परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि और परिवार के सदस्य को शासकीय नौकरी दी जाएगी। अमर शहीद के चरणों में नमन्!। मां भारती के सपूत, शौर्य के प्रतीक, वीर जवान, श्रद्धेय वरुण सिंह जी के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय और सैनिक सम्मान के साथ किया जाएगा।
श्रद्धेय वरुण सिंह जी की स्मृतियों को अक्षुण्ण रखने के लिए उनकी प्रतिमा की स्थापना और संस्था का नामकरण उनके नाम पर किया जायेगा। परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि और परिवार के सदस्य को शासकीय नौकरी दी जायेगी। अमर शहीद के चरणों में नमन्!
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 16, 2021
इस वजह से बैरागढ़ में हुआ अंतिम संस्कार
प्रशासन की तैयारी थी कि वरुण का अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट पर किया जाएगा, लेकिन वरुण के पिता के कहने पर अंतिम संस्कार बैरागढ़ में किया गया। जानकारी के अनुसार, पिता ने कलेक्टर को बताया था कि अंतिम यात्रा भदभदा ले जाएंगे तो शहर का ट्रैफिक जाम होगा, और वह नहीं चाहते की लोग उनके बेटे की वजह से परेशान हों।
20 साल पहले भोपाल शिफ्ट हुआ था परिवार
ग्रुप कैप्टन वरुण का परिवार करीब 20 साल पहले भोपाल शिफ्ट हो गया था। उनकी मां उमा सिंह और पिता केपी सिंह सन सिटी कॉलोनी में रहते हैं। वहीं वरुण अपनी पत्नी और बच्चों के साथ वेलिंगटन में रहते थे। उनके छोटे भाई तुनज की पोस्टिंग मुंबई में है। तनुज नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं। इन दिनों उनकी मां उमा सिंह छोटे भाई के साथ ही रह रही हैं। मां निजी स्कूल में टीचर थीं।
ये भी पढ़ें- शहीद कैप्टन वरुण सिंह के घर पर कर सकेंगे अंतिम दर्शन, कल बैरागढ़ विश्राम घाट पर होगा अंतिम संस्कार
2 महीने पहले भोपाल आए थे वरुण
करीबियों के मुताबिक कैप्टन वरुण 2 महीने पहले ही अपने पिता के घर पर आए थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 15 अगस्त को उन्हें शौर्य सम्मान प्रदान किया था। वहीं कॉलोनी में भी उनका सम्मान किया गया था।
13 लोगों की पहले ही हो चुकी थी मौत
तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 अन्य सशस्त्र कर्मियों की मौत हो गई थी। वहीं वरुण सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिनका बेंगलुरू में इलाज के दौरान निधन हो गया।