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चार कठिन चरणों को पार कर मिला कर्तव्य पथ पर राष्ट्रपति को सलामी देने का मौका

दिल्ली में गणतंत्र दिवस की ऐतिहासिक नारी शक्ति को समर्पित परेड में होंगी भोपाल की तीन छात्राएं

 दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने का सपना अपनी आंखों में संजोए भोपाल की तीन छात्राएं नारी शक्ति: महारानी लक्ष्मीबाई थीम पर होने वाली परेड का आखिरकार हिस्सा बन गईं हैं। 26 जनवरी को एनएसएस 149 सदस्यीय दल में प्रियंका समुद्रे, आइशा सिंह और ऋतु राजा भोपाल को गौरवान्वित करते हुए कर्तव्य पथ पर परेड करती दिखेंगी। ये छात्राएं कॉलेज, डिस्ट्रिक्ट, यूनिवर्सिटी, प्री-आरडीसी जैसे अलग-अलग चरणों को क्लीयर करते हुए फाइनल रिपब्लिक डे परेड(आरडीसी) परेड में अपनी जगह बना सकीं जिसमें चयन की प्रक्रिया अत्यंत कठिन थी।

3 साल की हार के बाद मिली सफलता

कॉलेज में एनएसएस जॉइन किया था तभी से सपना था कि दिल्ली में रिपब्लिक डे परेड का हिस्सा बनूं तो अपना प्रोफाइल स्ट्रांग रखने के लिए कई कैंप और सोशल वर्क के काम किए। जब आरडीसी के लिए कॉलेज लेवल सिलेक्शन हुए तो मैंने भी भाग लिया, फिर डिस्ट्रिक्ट लेवल पार करके यूनिवर्सिटी लेवल तक पहुंची लेकिन प्री-आरडीसी में सिलेक्शन नहीं हुआ। पहली बार असफल रहने के बाद फिर दूसरे साल का इंतजार किया और फिर वहीं प्रोसेस फालो की फिर भी सिलेक्शन नहीं हुआ। तीसरी बार मैंने फिर कड़ी मेहनत की और फिर तीनों चरण पार किए लेकिन फिर प्री-आरडीसी तक नहीं पहुंच सकी। चौथी बार मैंने तय कर लिया था कि कुछ भी हो जाए मैं हिम्मत नहीं हारूंगी फिर साल 2024 की परेड तक पहुंचने का एक साल इंतजार किया। आरडीसी में सिलेक्शन के लिए परेड के अलावा कई सारी प्रस्तुतियां भी तैयार करना होती है, मैंने छठ नृत्य, माइम, महाभारत सीन, शबरी सीन सभी कुछ 4 मिनट में परफार्म किए।

कर्तव्य पथ पर परेड करना जीवन की बड़ी उपलब्धि

यह ऐतिहासिक परेड है जो कि नारी शक्ति को समर्पित है। महारानी लक्ष्मी बाई थीम पर एनएसएस परेड है, जिसमें सिर्फ लड़कियां ही हैं। पिछले कई दिनों से रात 2.30 बजे तैयार होकर सुबह 4 बजे तक कर्तव्य पथ पहुंचकर रिहर्सल की। 23 जनवरी को फुल ड्रेस रिहर्सल हुई और चॉपर ने फूल बरसाए। यह जीवन का अद्भुत पल है जिसमें भारत की सैन्य शक्ति का अहसास बहुत करीब से किया। इस माहौल ने जोश भर दिया है। मैंने पीएम मोदी के सामने पीएम हाउस में डांस परफॉर्मेंस दी जो कि इसी आयोजन का हिस्सा था। मैंने हरिद्वार में प्री-आरडीसी कैंप अटेंड किया था और इस दिन के लिए पूरे साल मेहनत की।

दिल्ली में परेड करने का यादगार अनुभव

परेड तो सबसे जरूरी है ही साथ ही कुछ पसंदीदा विधाओं में प्रदर्शन के आधार पर सिलेक्शन होता है। कॉलेज, डिस्ट्रिक्ट, यूनिवर्सिटी, प्री-आरडीसी तक हर बार सिलेक्शन में परेड और कुछ विधाएं दो से चार मिनट के अंदर प्रस्तुत करना होती है। यह काफी कठिन सिलेक्शन प्रोसेस हो जाती है। मैंने डांस और एकरिंग की प्रस्तुत किया जिसे पसंद किया गया और मेरा सिलेक्शन हुआ। दिल्ली में सुबह 4 बजे 2 से 3 डिग्री तापमान में रिहर्सल की लेकिन यहां पहुंचकर जो माहौल मिला उससे जीवन में कुछ बड़ा करने दिखाने का जोश मिला है। ऋतु राजा, एनएसएस, नूतन कालेज

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