
नई दिल्ली। वाघ बकरी चाय (Wagh Bakri Tea) समूह के कार्यकारी निदेशक पराग देसाई का 49 साल की उम्र में निधन हो गया। अपने फैमिली को बिजनेस को संभालने वाले कंपनी के डायरेक्टर पराग देसाई ने अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। गुजरात टी प्रोसेसर्स एंड पैकर्स लिमिटेड अपने प्रतिष्ठित चाय ब्रांड – वाघ बकरी चाय के लिए सबसे लोकप्रिय है।
कंपनी ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा, “गहरे दुख के साथ, हम अपने प्रिय पराग देसाई के दुखद निधन की सूचना देते हुए दुखी हैं।”
सिर में आई थी चोट
दरअसल, 15 अक्टूबर को एक हादसे में पराग देसाई का ब्रेन हेमरेज हो गया था। परिवार के करीबी और कंपनी के मार्केटिंग हेड के मुताबिक, 15 अक्टूबर की शाम को पराग देसाई अपने घर के पास वॉक पर निकले थे। उसी दौरान कुछ कुत्ते उनपर भौंकने लगे और डॉग अटैक से खुद को बचाने के दौरान वो फिसलकर जमीन पर गिर गए थे। जिसकी वजह से उन्हें सिर में चोट आई थी। उन्हें तुरंत शेल्बी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद बाद सर्जरी के लिए उन्हें जायडस हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
1995 में वाघ बकरी चाय से जुड़े थे पराग देसाई
Wagh Bakri Group की स्थापना 1892 में नारनदास देसाई द्वारा किया गया था। वाघ बकरी चाय आज देश की एक प्रमुख चाय कंपनियों में से एक है। पराग देसाई के पिता रसेस देसाई हैं, जो फिलहाल वाघ बकरी ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। वाघ बकरी चाय में पराग सेल्स, मार्केटिंग और एक्सपोर्ट्स का काम देखते थे। पराग देसाई के परिवार के लोग चार पीढ़ी से चाय के कारोबार में जुड़े हैं।
पराग देसाई 1995 में वाघ बकरी चाय से जुड़े थे। तब कंपनी का कुल कारोबार 100 करोड़ रुपए से भी कम था, लेकिन आज सालाना टर्नओवर 2000 करोड़ रुपए को पार कर गया है। भारत के 24 राज्यों के साथ-साथ दुनिया के 60 देशों में भी वाघ बकरी चाय को एक्सपोर्ट किया जा रहा है।