
भोपाल। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के ‘ईट राइट चैलेंज’ में देश में भोपाल को दूसरा स्थान मिला है। प्रतियोगिता में भोपाल को 200 में से 193 अंक मिले। तमिलनाडु का कोयंबटूर 196 अंक के साथ नंबर-1 पर रहा। टॉप-10 में मप्र के ग्वालियर, उज्जैन भी शामिल हैं। वहीं, इंदौर, रीवा और सागर टॉप-25 में शामिल रहे।
प्रतियोगिता में मप्र के 25 जिले शामिल रहे
देशभर के 260 जिले इसमें शामिल हुए, जिसके रिजल्ट गुरुवार को घोषित हुए। लोगों के खान-पान की आदतों में सकारात्मक बदलाव और खाद्य प्रतिष्ठानों में आत्म-अनुपालन की प्रवृत्ति को बढ़ावा देने 1 मई से 15 नवंबर तक ईट राइट चैलेंज की कई गतिविधियां हुईं। प्रतियोगिता में मप्र के 25 जिले शामिल रहे।
टॉप 100 में मप्र के किस जिले को कितने अंक मिले |
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जिला | रैंक | अंक |
भोपाल | 02 | 193 |
ग्वालियर | 05 | 188 |
उज्जैन | 08 | 175 |
रीवा | 18 | 166 |
इंदौर | 23 | 162 |
सागर | 25 | 156 |
दमोह | 26 | 155 |
जबलपुर | 27 | 155 |
सतना | 29 | 152 |
बालाघाट | 43 | 135 |
गुना | 56 | 122 |
झाबुआ | 79 | 87 |
दतिया | 85 | 76 |
धार | 98 | 69 |
छिंदवाड़ा | 99 | 69 |
इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर, रतलाम, रीवा, धार, रतलाम, देवास, बुरहानपुर, खंडवा, दमोह, कटनी, सिंगरौली, मुरैना, भिंड, छिंदवाड़ा, बालाघाट, दतिया, गुना, नर्मदापुरम, झाबुआ और नीमच जिला प्रतियोगिता में शामिल हुआ था।
किस आधार पर दिए गए अंक
कलेक्टर अविनाश लवानिया द्वारा शुरू किए ‘न्यूज पेपर में दे खाना, तो बोलो ना-ना’ जैसे नवाचारों को भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण नई दिल्ली ने सराहा। खाद्य सुरक्षा अधिकारी डीके वर्मा ने बताया कि कॉलोनी, मोहल्ला, और दुकानों पर जागृति अभियान चलाया। पंजीयन, सैंपलिंग, मिलेट रेसिपी एवं फोर्टिफिकेशन प्रदर्शन, ईट राइट कैंपस, स्टेशन प्रमाणन, भोग प्रमाणन हाईजीन रेटिंग एवं नवाचारी गतिविधियों को अलग-अलग अंक दिए गए।