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निवेशकों को तोहफा… टेक्सटाइल पार्क में उद्योग लगाने 7 की बजाए 4.50 रु./यूनिट में मिलेगी बिजली

बस, रेल की सीधी कनेक्टिविटी, माही नदी से पानी भी सस्ता मिलेगा

भोपाल। मध्य प्रदेश में बनाए जाने वाला टेक्सटाइल पार्क बदनावर (पीएम मित्र पार्क) अपने आप में यूनिक होगा। इसे उद्योग के लिए एक मॉडल के रूप में तैयार किया जा रहा है जो पीथमपुर और मंडीदीप के साथ प्रदेश का सबसे बड़ा इंडस्ट्रियल पार्क होगा। यहां उद्योगों को 4.50 रुपए प्रति यूनिट बिजली मिलेगी। उद्योग विभाग विद्युत उत्पादन कंपनियों से सीधे बिजली खरीद कर उद्योगों को देगी। माही नदी से सस्ते दरों (25 रुपए में एक हजार लीटर) पर शुद्ध पीने और उद्योगों के लिए पानी की व्यवस्था होगी।

बस, रेल की सीधी कनेक्टिविटी होगी और पार्क के पास ही बस स्टॉप बनाया जाएगा। अभी प्रदेश में बिजली यूनिट की दरें 7 रुपए से ज्यादा हैं। धार जिले के बदनावर तहसील के सुंदराबाद में टेक्सटाइल पार्क बनाया जा रहा है। पार्क में कर्मचारियों के मनोरंजन के लिए क्लब, हॉस्पिटल, गैस की पाइप लाइन जैसी अन्य सुविधाएं होंगी।

देश में बनाए जाएंगे 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क : केंद्र सरकार ने पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) योजना के तहत 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने की योजना की घोषणा की थी। ये पार्क मध्य प्रदेश के अलावा तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश में स्थापित किए जा रहे हैं।

मालवा क्षेत्र को सीधा लाभ : पीएम मित्र पार्क करीब 50,000 लोगों के लिए डायरेक्ट रोजगार और करीब 1.5 लाख लोगों के लिए इनडायरेक्ट रोजगार पैदा करेगा जिससे पूरे मालवा क्षेत्र, विशेष रूप से धार, झाबुआ और रतलाम जिलों को सीधा लाभ होगा। यह इस क्षेत्र के आदिवासी युवाओं और महिलाओं के लिए रोजगार का सुनहरा अवसर होगा।

5,500 कर्मचारियों के लिए आवासीय परिसर बनेंगे

पार्क के पास ही आवासीय कॉलोनी भी बनाई जाएगी। इसमें साढ़े पांच हजार कर्मचारियों के रहने की व्यवस्था होगी। पारिवारिक परिसर के अलावा हॉस्टल के रूप में भी टावर बनाए जाएंगे, जहां कर्मचारियों को किराए से कमरा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही यहां बाजार भी डेवलप किया जाएगा। ये वहां के कैंपस में रहेगा। यहां से इंदौर एयरपोर्ट सौ किलोमीटर है और एनएच- 59 करीब 22 किलोमीटर है। यह बदनावर- पेटलावद स्टेट हाइवे में इसका निर्माण किया जा रहा है।

10 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश का प्रस्ताव

पार्क के लिए डीपीआर तैयार कर ली गई है और इसके पूरी तरह विकसित होने में करीब एक वर्ष का और समय लगेगा। इसके बाद भी यहां पर करीब दस हजार करोड़ रुपए से अधिक रुपए के निवेश के प्रस्ताव 32 से अधिक उद्योगों ने भेजे हैं। इसमें वर्धमान, वेस्ट कॉरपोरेशन, नाहर इंडस्ट्री, प्रतिभा सिंटेक्स, आर एंड डब्यूएम, ओसवाल सहित कई बड़े उद्योग शामिल हैं।

सभी काम एक प्लेटफॉर्म पर

पार्क में सभी काम एक प्लेटफॉर्म पर होगा। यहां सूत बनाने, उसमें कलर करने, कपड़ा बनाने अलाव उसमें प्रिंट करने के साथ ही डिजाइन देने का भी काम होगा। ऐसी-ऐसी मशीनें और उद्योग लगेंगे जहां कपास के फूल आने के बाद, इससे सीधे कपड़ा बाहर निकलेगा।

तीन तरह के मॉडल होंगे

इसमें तीन तरह का मॉडल बनाया जाएगा। पहला मॉडल प्लाटिंग, दूसरा एमएसएमई के लिए मल्टी स्टोरी इंडस्ट्री, जहां उद्योग स्पेस खरीद सकेंगे और तीसरा प्लग एंड प्ले यूनिट होगी। इसका क्षेत्रफल 21 सौ एकड़ का होगा। इसमें 320 औद्योगिक भूखंड होंगे। इसकी डीपीआर तैयार कर ली गई है। भारत सरकार के द्वारा तैयार किए जा रहे पार्क की नोडल एजेंसी एमपीएसआईडीसी को बनाया जा रहा है।

सरकार उद्योगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देगी

सरकार उद्योगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देंगी। तमाम तरह की अनुमतियों में उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। पर्याप्त और कम दर पर बिजली- पानी उपलब्ध कराया जाएगा। -राघवेन्द्र सिंह, प्रमुख सचिव, उद्योग विभाग

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