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थाने में ड्यूटी के 1 हजार रु., एक्साइज आरटीओ के लिए लगते हैं 5 हजार रु

होमगार्ड में चल रहा ड्यूटी के नाम पर रिश्वत का खेल, मुंह खोला तो सजा

भोपाल। मुरैना के सेवानिवृत्त होमगार्ड सोनेलाल रावत ने ड्यूटी के नाम पर रिश्वत मांगने की शिकायत की तो वरिष्ठ स्तर पर उनकी छह माह के लिए किट जमा करा ली गई। मंत्रालय में तत्कालीन गृह सचिव की घंटी में तैनात कुंज बिहारी ने रिश्वत के खेल का खुलासा किया तो उन्हें ड्यूटी से हटा दिया गया। सोनेलाल और कुंज बिहारी कहते हैं कि होमगार्ड में ड्यूटी घोटाला सालों से चल रहा है। विदिशा में करीब ढाई साल पहले एक होमगार्ड की दो जगह ड्यूटी बताई जाकर एक माह का पूरा मानदेय हड़पा जा रहा था। घोटाले का खुलासा होने पर बाद में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट और कंपनी कमांडर को सस्पेंड किया गया था। रिटायर सैनिक बताते हैं कि प्रदेश में रिश्वत का खेल जिलों में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट स्तर पर हो रहा है। प्रदेशभर में 10 हजार से अधिक सैनिक हैं।

इस तरह तय होते हैं ड्यूटी और अन्य कामों के रेट

  • आरटीओ, आबकारी और खनिज विभाग में ड्यूटी करने के एवज में पांच हजार रुपए मासिक।
  • पुलिस थाने में ड्यूटी करने, अपने घर के पास या किसी अधिकारी के बंगले, जज कोठी और अपने परगने में तैनात करने, दो दिन की छुट्टी को पांच दिन तक बढ़ाने और शादी समारोह में जाने के लिए एक हजार रुपए मासिक।
  • मेडिकल अवकाश स्वीकृत करने पर दस हजार से तीस हजार तक।
  • ड्यूटी के दौरान जवान की मौत पर अनुकंपा नियुक्ति के 50 से 70 हजार।

इनकार तो कार्रवाई

किसी सैनिक ने ड्यूटी का विरोध किया या रिश्वत देने से इनकार किया तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई तय है। अफसर से नोकझोंक होने पर शीट रोल में डिस्चार्ज लिख दिया जाता है।

शिकायत पर तबादला

मुरैना में पदस्थ होमगार्ड सोनेराम रावत ने करीब सात साल पहले महानिदेशक होमगार्ड से रिश्वत की शिकायत की थी। बच्ची के इलाज कराने के लिए छुट्टी पर एक हजार मांगे। इसके पहले शिकायत पर बालाघाट तबादला कर दिया गया था।

संचित निधि नहीं मिलने पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

  •  शिवपुरी के होमगार्ड जगदीश शर्मा के अनुसार रिश्वत नहीं देने पर उनकी संचित निधि रोक दी गई। शर्मा ने मानव अधिकार आयोग दिल्ली में शिकायत की, तब राशि भुगतान का आदेश हुआ।
  • सैनिक प्रकाशचंद प्रजापति 60 वर्ष की आयु पूरी होने पर सेवानिवृत्त कर दिए गए। आपात सेवाओं के वितरण में अनुपस्थित होने का का कारण बताते हुए उनकी संचित निधि रोक दी गई। प्रजापति ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के निर्देश पर 20 अक्टूबर 2023 को संचित निधि भुगतान का आदेश किया गया।

रिश्वत लेने की तथ्यात्मक जानकारी पर कराएंगे जांच

मासिक तौर रिश्वत लेने की शिकायतें मेरे पास नहीं है। आपके पास हो तो भेज दें, तथ्यात्मक जानकारी मिलने पर जांच कराएंगे और कार्रवाई करेंगे। -अरविंद कुमार, महानिदेशक, होमगार्ड मप्र

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