ताजा खबरभोपालमध्य प्रदेश

जिंदगी की जंग हारी 5 साल की माही… बोरवेल से बाहर निकालने के बाद अस्पताल में तोड़ा दम, CM ने परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की

राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में बोरवेल में गिरी 5 साल की बच्ची ने दम तोड़ दिया है। लगभग 9 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद देर रात 2:40 पर बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। इसके बाद उसे सांस लेने में तकलीफ हुई तो बच्ची को इलाज के लिए भोपाल भेजा गया। जांच में गले में सूजन पाई गई थी, पर उसे बचाया नहीं जा सका। बता दें कि शाम 5:30 बजे के करीब 5 साल की मासूम माही बोरवेल के 17 फीट गड्डे में गिर गई थी। पूरा मामला नरसिंहगढ़ तहसील के पिपलिया रसोड़ा गांव का है।

रात 2:30 बजे करीब बच्ची को सकुशल बाहर निकाल कर उपचार के लिए अस्पताल में ले जाया गया। जहां माही की हालत नाजुक बताई गई और उसे भोपाल रेफर कर दिया गया। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई।

मासूम के परिजनों को 4 लाख की आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माही के निधन की खबर मिलने के बाद शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट ‘X’ पर लिखा- राजगढ़ जिले के पिपलिया रसोड़ा में मासूम बच्ची के बोरवेल में गिरने के पश्चात आज भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान उसके निधन का समाचार अत्यंत पीड़ा देने वाला है। दु:ख की इस घड़ी में हम सब मासूम के परिजनों के साथ हैं एवं बच्ची के परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

मासूम के हर मूवमेंट पर कैमरे से रखी निगरानी

माही के बोरवेल में गिरने के बाद पुलिस-प्रशासन की टीम ने तेजी के साथ सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान मासूम के हर मूवमेंट की कैमरे से निगरानी रखी गई। लगातार उसके पास ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही थी। रेस्क्यू टीम ने बताया कि बोरवेल के अंदर से माही के रोने की आवाज सुनी गई।

सीएम ने मामले में लिया था संज्ञान

घटना की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर से बात की। उन्होंने एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम को निर्देश भी दिए थे। लेकिन, अंततः मासूम को बचाया ना जा सका।

मामा के घर आई थी बच्ची

जानकारी के अनुसार, पटाड़िया गांव में रहने वाली माही पिता रवि भिलाला अपने मामा इंदर सिंह के घर आई हुई थी और यहीं से वह इंदर सिंह के साथ खेत ही खेल रही थी। मंगलवार शाम 5 बजे के लगभग अचानक खेत में ही बने बोरवेल में वह गिर गई। मामा ने जैसे ही बोरवेल में फंसी माही को देखा तो उनके होश उड़ गए वो तुरंत भागकर गांव में पहुंचे और ग्रामीणों को बताया। ग्रामीणों ने उसे निकालने का प्रयास किया। लेकिन, 25 से 30 फीट नीचे वह जा चुकी थी। जिसके कारण वह बाहर नहीं आ सकी। देर शाम तक पुलिस और प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची और बालिका को बाहर निकालने के हर संभव प्रयास किए गए।

मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

संबंधित खबरें...

Back to top button