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वन हेल्थ मिशन पर एक साथ काम करेंगे प्रदेश के चार विश्वविद्यालय

एग्रीकल्चर, वेटरनरी, मेडिकल, आरडीयू के कुलपतियों ने की चर्चा

हर्षित चौरसिया। केंद्र सरकार के वन हेल्थ मिशन में सक्रिय भागीदारी को लेकर राज्य के चार बड़े विश्वविद्यालय अब एक साथ मिलकर काम करेंगे। वर्ष 2024 में अपनी तरह के अनूठे इस नवाचार के लिए नानाजी देशमुख वेटरनरी साइंस यूनिवर्सिटी, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय व जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय व मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने इस दिशा में कार्य योजना बनाने को लेकर मंथन किया है।

वीयू में आयोजित नववर्ष मिलन कार्यक्रम के दौरान आरडीयू, वीयू व जेएनके विश्वविद्यालय के कुलपति एक साथ मंच पर दिखे। वहीं एमयू कुलपति वचुर्अली इस पर काम करने के लिए हरसंभव सहयोग करने की बात कही। प्रदेश के इन चार बड़े विश्वविद्यालयों में पहला विश्वविद्यालय मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान है, जिसके अंतर्गत करीब एक लाख से अधिक मेडिकल छात्र पढ़ाई कर रहे। इसी तरह आरडीयू जो कि उच्च शिक्षा के तहत 5 जिलों के कॉलेजों को कवर करता है। वेटरनरी यूनिवर्सिटी प्रदेश में एकमात्र है, जहां पर पशु चिकित्सक तैयार किए जाते है और सबसे बड़ी एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी जिसके अंतर्गत प्रदेशभर में 13 कृषि कॉलेज संचालित हो रहे है और इनमें करीब 50 हजार से अधिक छात्र कृषि वैज्ञानिक बनने की तैयारी कर रहे हैं।

ये है वन हेल्थ

एक भागीदारी प्रक्रिया के माध्यम से विकसित कार्य योजनाएं गतिविधियों का एक सेट प्रदान करती है, जिसका उद्देश्य मानव, पशु, पौधे, पर्यावरण इंटरफेस पर स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए जिम्मेदार सभी क्षेत्रों में सहयोग, संचार, क्षमता निर्माण और समन्वय को समान रूप से मजबूत करना है।

छात्र हित में वन हेल्थ मिशन पर काम करने के लिए आरडीयू तैयार है। इससे न सिर्फ छात्रों को बल्कि फैकल्टी को भी मेडिकल, वेटरनरी, एग्रीकल्चर के सेक्टर में नई तकनीक व रिसर्च को लेकर किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी मिलेगी। -प्रो. डॉ. राजेश कुमार वर्मा, कुलपति, आरडीयू

यह नवाचार सभी विवि के लिए मील का पत्थर साबित होगा। वन हेल्थ मिशन पर काम करने से न सिर्फ समन्वय बेहतर स्थापित होंगे बल्कि छात्रों और फैकल्टी को भी रिसर्च, तकनीक के आदान-प्रदान में मदद मिलेगी। -डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा, कुलपति, जेएनके विवि

यह बहुत अच्छी बात है कि जबलपुर में प्रदेश के चार बड़े विवि संचालित हो रहे है। वन हेल्थ के तहत विवि एक-दूसरे को हर संभव मदद करेंगे। इसमें एमयू भी अपनी भागीदारी निभाएगा। -प्रो.डॉ. अशोक खंडेलवाल, कुलपति, एमयू

वन हेल्थ पर सभी विश्वविद्यालय मिलकर काम करेंगे यह बड़े गौरव की बात है। इससे सबसे ज्यादा फायदा विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों और फैकल्टी को होगा। -प्रो. डॉ. एसपी तिवारी, कुलपति, वीयू

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