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Navjot Sidhu Road Rage Case: सिद्धू ने सरेंडर के लिए SC से एक हफ्ते का मांगा वक्त, स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला

नवजोत सिंह सिद्धू को आज पटियाला कोर्ट में सरेंडर करना था, लेकिन अब उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इसके लिए समय मांगा है। वहीं, सिद्धू की क्यूरेटिव पिटीशन पर सुनवाई करते हुए बेंच की तरफ से कहा गया है कि इसको चीफ जस्टिस की बेंच के सामने रखा जाए।

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सिद्धू को 1988 के ‘रोड रेज’मामले में एक साल कारावास की सजा सुनाई थी। सिद्धू के सरेंडर के वक्त पूरे पंजाब से समर्थकों को बुला लिया गया है। इसी दौरान सिद्धू सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन भी दायर करेंगे।

दायर करेंगे क्यूरेटिव पिटीशन

नवजोत सिंह सिद्धू एक तरफ जहां सरेंडर करने पटियाला सेशन कोर्ट जाएंगे, वहीं दूसरी तरफ उनकी तरफ से सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन भी दायर की जाएगी। हालांकि पिटीशन के जरिए सिद्धू जेल जाने से नहीं बच सकते।

पीड़ित परिवार ने कही ये बात

मृतक गुरनाम सिंह के परिवार ने कहा कि वह कोर्ट के इस फैसले से संतुष्ट हैं। उनकी बहू परवीन कौर ने कहा कि 34 साल की इस लंबी लड़ाई में उनका मनोबल कभी नहीं टूटा। उन्होंने सिद्धू के क्रिकेटर और नेता के रसूख पर कभी ध्यान नहीं दिया। सिद्धू को सजा दिलाना ही उनका लक्ष्य था, जिसमें वह कामयाब रहे।

इस मामले में हुई सजा

नवजोत सिद्धू के खिलाफ रोडरेज का मामला साल 1988 का है। सिद्धू का पंजाब के पटियाला में पार्किंग को लेकर 65 साल के गुरनाम सिंह नामक बुजुर्ग व्यक्ति से मारपीट की थी। आरोप है कि उनके बीच हाथापाई भी हुई। जिसमें सिद्धू ने कथित तौर पर गुरनाम सिंह को मुक्का मार दिया। बाद में गुरनाम सिंह की मौत हो गई। रिपोर्ट में आया कि गुरनाम सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू और उनके दोस्त रुपिंदर सिंह सिद्धू के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया। इसके बाद मामला कोर्ट में चला गया। 1999 में सेशन कोर्ट ने केस को खारिज कर दिया था। लेकिन 2002 में पंजाब सरकार ने सिद्धू के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की। दिसंबर 2006 को हाईकोर्ट ने सिद्धू और संधू को दोषी ठहराते हुए 3-3 साल कैद की सजा सुनाई थी। साथ ही 1 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था।

हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। इसी फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई थी। अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई है।

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