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भारत की आजादी के लिए विदेशों में हुए आंदोलन और प्रवासी भारतीयों के संघर्ष की झलक दिखेगी शौर्य स्मारक में

11 हजार वर्गफीट में 4 करोड़ रुपए की लागत से बनेगी प्रवासी स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित गैलरी

अनुज मीणा- साल 2016 में अरेरा हिल्स में भारत के वीर शहीदों को समर्पित शौर्य स्मारक तैयार की गई थी। अब यहां पर प्रवासी भारतीयों को समर्पित एक गैलरी भी तैयार की जा रही है। इस गैलरी को डिजिटल गैलरी के रूप में विकसित किया जा रहा है। करीब 11 हजार वर्गफीट में बन रही यह गैलरी 13 जोन में होगी, जिसका निर्माण 4 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। यह 19वीं-20वीं शताब्दी में इंग्लैंड, अमेरिका, कनाडा और जर्मनी जैसे देशों में प्रवासी भारतीयों द्वारा देश की आजादी के लिए किए गए आंदोलन पर आधारित रहेगी। इसमें विजिटर्स के लिए लाइट एंड साउंड शो भी रखा जाएगा।

गैलरी में 13 जोन में कुछ ऐसी रहेगी जानकारी

  • जोन-1: गैलरी के पहले जोन में ब्रिटिश शासन के तहत भारतीयों के प्रवासन का परिचय देखने को मिलेगा।
  • जोन-2: यह जोन प्रथम प्रवासी महात्मा गांधी पर आधारित होगा। इसमें महात्मा गांधी से संबंधित प्रादर्शों को प्रदर्शित किया जाएगा।
  • जोन-3 व 4: इनमें स्वामी विवेकानंद के विभिन्न चित्रों को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही विश्व को दिए उनका संदेश और उनका विश्वव्यापी प्रभाव भी यहां पर नजर आएगा।
  • जोन-5: यह जोन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दादाभाई नौरोजी को समर्पित होगा।
  • जोन-6: इसमें भारत को आजादी दिलाने में दुनिया के विभिन्न देशों द्वारा दिए गए योगदान से संबंधित जानकारी प्रदर्शित होगी।
  • जोन-7: इसमें इंडिया हाउस को लेकर जानकारी दिखाई जाएगी। इसकी स्थापना लंदन में स्टूडेंट्स में राष्ट्रवादी विचारों के प्रचार के लिए की गई थी।
  • जोन-8: संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में हिंदुस्तानी एसोसिएशन द्वारा स्वतंत्रता के लिए किए गए कार्यों को इस जोन में प्रदर्शित किया जाएगा।
  • जोन-9: इस जोन में एशियाई देशों में प्रतिरोध की योजना देखने को मिलेगी।
  • जोन-10: यह जोन गदर पार्टी को समर्पित होगा। गदर पार्टी की शुरुआत अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एस्टोनिया में 1913 में अंग्रेजी साम्राज्य को जड़ से उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से हुई थी।
  • जोन-11: स्वशासन के पथ की ओर को समर्पित इस जोन में राजा महेंद्र प्रताप सिंह, उधम सिंह, इंडियन होम रूल लीग की प्रस्तुति देखने को मिलेगी।
  • जोन-12: इसमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जर्मनी और सिंगापुर की यात्रा दिखेगी। साथ ही आजाद हिंद रेडियो, आजाद हिंद सरकार का गठन एवं विभिन्न रेजिमेंट नजर आएंगी।
  • जोन 13: यहां दुनिया भर के समस्त महान स्वतंत्रता सेनानियों के संबंध में जानकारी मिल सकेगी।

8 हजार वर्गमीटर में तैयार शौर्य स्मारक में 62 मीटर ऊंचा शौर्य स्तंभ भी

अरेरा हिल्स क्षेत्र में 8 हजार वर्गमीटर क्षेत्र में तैयार शौर्य स्मारक का 14 अक्टूबर 2016 को उद्घाटन किया गया था। यहां पर 62 फीट ऊंचा शौर्य स्तंभ बनाया है। इसमें भारतीय सेना की तीन विंग जल, थल और वायु सेना की जानकारी उपलब्ध है। साथ ही 25 फीट ऊंची भारतमाता की कांस्य प्रतिमा के साथ यहां पर राष्ट्रध्वज भी स्थापित किया गया है। इसके अलावा सियाचिन पर्वत पर आधारित गैलरी और वीर सैनिकों के बारे में जानकारी भूमिगत वॉर म्यूजियम में उपलब्ध है।

नई पीढ़ी समझ सकेगी आजादी का महत्व

इस गैलरी में प्रवासी भारतीयों के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा। इस गैलरी के माध्यम से आने वाली पीढ़ी यह समझ सकेगी कि किस तरह विदेशी सरजमीं पर भी प्रवासी भारतीयों ने भारत की आजादी के लिए आंदोलन किया। साथ ही नई पीढ़ी को आजादी का महत्व भी समझ आएगा। – शिव शेखर शुक्ला, प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग

लोगों को मिलेगी विदेश में हुए आंदोलनों की जानकारी

भारत की आजादी के लिए हुए आंदोलनों को लोग अभी तक पुस्तकों में पढ़ते थे, लेकिन आजादी के लिए विदेशों में प्रवासी भारतीयों द्वारा आंदोलन चलाए गए थे। इन आंदोलनों के बारे में कई लोगों को जानकारी नहीं है। गैलरी के माध्यम से इनके बारे में जानकारी मिल सकेगी। – संतोष वर्मा, डिप्टी डायरेक्टर स्वराज संस्थान संचालनालय

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