जबलपुरमध्य प्रदेश

जबलपुर में डेंगू से महिला आरक्षक की मौत, जिले में 399 एक्टिव केस

डेंगू से मरने वालों की संख्या 3 हुई, सरकारी दस्तावेज में नहीं कोई आंकड़ा

नेहा ठाकुर,जबलपुर।शहर में मच्छरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को एक महिला आरक्षक की डेंगू से मौत हो गई। जिले में डेंगू से मरने वालों की संख्या 3 हो गई है। जिले में अब तक डेंगू के कुल 399 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिले में मलेरिया के अब तक कुल 10 और चिकिनगुनिया के 35 मरीज हो गए हैं।

पुलिस कार्यालय के अनुसार, विभाग के 55 कर्मी डेंगू पॉजिटिव हैं। जिनका इलाज चल रहा है। त्रिमूर्ति नगर निवासी और पुलिस कंट्रोल रूम की आलंबन शाखा में पदस्थ आरक्षक उषा तिवारी का बेटा लकी तिवारी बीते दिनों डेंगू की चपेट में आया था। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान वह स्वस्थ्य हो गया। 8 सितंबर को ड्यूटी के दौरान उषा तिवारी की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी। आरक्षक की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। हालांकि जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आरके पहारिया ने आरक्षक की डेंगू रिपोर्ट निगेटिव की बात कही है।

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डेंगू बीमारी को नियंत्रित करने प्रत्येक वॉर्ड में 14 लोगों की टीम करेगी काम

जिले में मच्छर जनित बीमारी को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा शनिवार को स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम को आदेश जारी किया गया। डेंगू बीमारी को नियंत्रित करने के लिए जिले को 14 वॉर्ड में विभाजित किया। डेंगू केस को कम करने के लिए प्रत्येक वॉर्ड की एक टीम में 14 लोगों को नियुक्त किया गया। इसके अलावा डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में रैपिड फीवर सर्वे व वेक्टर कंट्रोल जल्दी कराने का आदेश दिया है। वहीं रैपिड रिसपॉन्स टीम का गठन व सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सिविल अस्पतालों में 10 बिस्तरों का आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा। फॉगिंग मशीन में डीजल व पेट्रोल के साथ पायरोथियान कैमिकल का मिश्रण करके संबंधी आदेश दिया है।

केस-1

रांझी स्थित रावण पार्क निवासी कल्पना अवस्थी बताती है कि उनकी कॉलोनी के हर घर में डेंगू पॉजिटिव मरीज है। जो घर पर ही डॉक्टरों से चिकित्सकीय परामर्श लेकर दवाई का सेवन कर रहे है। सरकारी व निजी अस्पतालों में बेड फुल हो चुके है। कल्पना बताती है कि डेंगू के केस लगातार बढ़ रहे है। लेकिन अभी तक उसकी कॉलोनी में न तो कैमिकल का छिड़काव किया है और न ही फॉगिंग हो रही है।

केस-2

शाहीनाका निवासी त्रिषा सेन बताती है कि उनकी में पिछले सप्ताह डेंगू के 5 मरीज पॉजिटिव आए है। जिसकी जानकारी कॉलोनी वासियों द्वारा मलेरिया कार्यालय व नगर निगम द्वारा दे दी गई है। लेकिन अभी तक कॉलोनी में एंटी लार्वा कैमिकल का छिड़काव व फॉगिंग नहीं हुई है।

केस-3

लम्हेटा घाट स्थित साई कॉलोनी निवासी कमलेश प्रजापति बताते है कि उनकी कॉलोनी में डेंगू पॉजिटिव 14 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं उनके घरों में लोग लगातार बीमार हो रहे है। नगर निगम को फॉगिंग करने के संबंध में कॉलोनी वासियों द्वारा आवेदन दिया जा चुका है, लेकिन अभी तक न तो कैमिकल का छिड़काव शुरू हुआ है और न ही फॉगिंग की व्यवस्था शुरू हुई है।

जिले में डेंगू के केस लगातार बढ़ रहे है। लोगों के सहयोग के बिना हम डेंगू बीमारी को रोकने में कामियाब नहीं हो पा रहे है। 18 से 20 लाख की जनसंख्या वाले जिले में हमारी टीम प्रत्येक घरों में सर्वे नहीं कर सकती। कुछ सावधानियां लोगों को भी रखना चाहिए। घर के आसपास जल जमाव वाले स्थानों में पानी एकत्रित नहीं हो इस बात का सभी अच्छे से ध्यान रखें।– डॉ. आरके पहारिया, जिला मलेरिया अधिकारी

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