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लखनऊ में किसान महापंचायत आज, अहम मांगों के साथ रणनीति का होगा एलान

किसानों के मुद्दों को लेकर लखनऊ में आज किसान महापंचायत होने जा रही है। यह महापंचायत सुबह 10 बजे से शुरू होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के एलान के बाद यह पहली महापंचायत है। इस महापंचायत में राकेश टिकैत, दर्शनपाल, बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां समेत कई किसान नेता मौजूद रहेंगे। इस महापंचायत में किसान आगे की रणनीति तय करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा का दावा है कि महापंचायत में करीब एक लाख से ज्यादा लोग पहुंच सकते हैं।

नकली और बनावटी हैं कृषि कानून

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में आने के लिए किसानों से अपील की है। उन्होंने ‘चलो लखनऊ-चलो लखनऊ’ नारे के साथ रविवार को अपने हैंडल से ट्वीट भी किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, ”सरकार द्वारा जिन कृषि सुधारों की बात की जा रही है, वे नकली और बनावटी हैं। इन सुधारों से किसानों की बदहाली रुकने वाली नहीं है। कृषि एवं किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून बनाना सबसे बड़ा सुधार होगा।”

गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग

मोर्चा से जुड़े नेताओं की दलील है कि शीत कालीन सत्र में बिल रद्द होने का वह लोग इंतजार करेंगे। इस दौरान वो MSP लागू करने, गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे और गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार ने अजय मिश्र को आश्रय दिया हुआ है।

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जब तक बातचीत नहीं, तब तक वापसी नहीं

राकेश टिकैत ने कहा कि तीन कानून से अलग हट कर और भी कई सवाल हैं। ये आंदोलन एक साल से चल रहा है। ये आंदोलन सिर्फ तीन कृषि कानून पर नहीं है, इसके साथ MSP और बिजली अमेंडमेंट बिल भी है। वहीं एक साल में जितने भी घटनाक्रम हुए उन पर सरकार बात करे और एक स्पष्ट पत्र जारी करे। ये आज देश की संपत्ति, मंडियों की जमीनों को बेच रहे हैं, उस पर कौन बात करेगा। जब तक बातचीत नहीं होगी तब तक किसान वापस नहीं जाएगा।

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