
ईद का त्योहार सोमवार को दोस्तों, रिश्तेदारों के साथ लोगों ने मनाया गया, वहीं जरूरतमंदों की इस दिन खासतौर पर मदद की जाती है, ताकि वे भी ईद मना सकें। कई परिवारों के लिए ईद खास रही, क्योंकि किसी ने अपने बच्चों के साथ पांच साल बाद, तो किसी ने बहन के साथ 10 साल बाद ईद मनाई। ईद का यह मौका इन परिवारों के लिए काफी भावुक क्षण था, क्योंकि महीनों से वे इस मुलाकात के इंतजार में थे। इस मौके पर घरों में मीठे में मुजाफिर से लेकर शीर खुरमा जैसे पकवान व दही बड़े बनाए गए।
कलमकारी और दाबू के सूट पहने
मेरी बड़ी बेटी अलिना यूके में पढ़ाई के सिलसिले में रहती है, तो हमने उससे फोन पर बात की और मुबारक बाद दी। यहां दोनों बेटियों के साथ ईद सेलिब्रेट की। मैंने मौसम के देखते हुए हैवी सूट पहनने की बजाए दाबू प्रिंट का सूट पहना और अलिजा ने कलमकारी सूट पहना। इस मौके पर दूसरे समुदाय के दोस्त भी खाने पर घर आए। -रख्शां जाहिद, आंत्रेप्रेन्योर
मीठी ईद पर तैयार करवाए थे बेटों के सूट, अब पहन सके
मेरे बेटे अल्तमश कमाल और सरफराज आलमगीर अपने काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं। इस बार 5 साल बाद मैंने दोनों बेटों के साथ ईद मनाई। बेटों के लिए मीठी ईद पर लिनन के सूट बनवाकर रखे थे, जो वे इस ईद पर वे पहन सके। -तहमीना यजदानी, फैकल्टी, डीपीएस
दुबई से आई बहन, सालों बाद साथ मनाई ईद
इस ईद पर बचपन की बहुत सारी यादें ताजा हो गर्इं। मेरी बहन शीमा अहमद दुबई से खासतौर पर अपने बेटे के साथ मेरे घर ईद मनाने आर्इं। हम दोनों ने एक साथ 10 साल बाद ईद मिलकर मनाई। वो दुबई से मेरे लिए काफी तोहफे लाई। -फरहा खान, आंत्रप्रेन्योर