जबलपुर। जिले के 1037 प्राइवेट स्कूलों में मनमानी फीस वसूली और पुस्तक स्टेशनरी में कमीशनखोरी के मामले में जिला प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है। जिले के 11 स्कूल संचालकों और प्राचार्यों की जांच के बाद कलेक्टर दीपक सक्सेना के निर्देश पर धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए सोमवार सुबह ही क्राइम ब्रांच और थाना टीमों को आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। निर्देश मिलते ही 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
बताया जा रहा है कि कुल 80 आरोपी हैं, इसमें से एक मामले में दो आरोपी शामिल हैं। प्रदेश का यह पहला मामला है, जब स्कूल संचालकों और प्राचार्यों पर इतनी बड़ी कार्रवाई की गई है। आरोपियों ने लगभग 6 सालों में 81 करोड़ 30 लाख रुपए की अवैध कमाई की है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि यदि जिले के सभी प्राइवेट स्कूलों में फीस वसूली और कमीशन की जांच की जाए तो मामला और बड़ा हो सकता है।
ऐसी रही जांच और कार्रवाई
जिला प्रशासन और पुलिस टीम की कार्रवाई में स्कूल संचालकों के साथ ही अन्य लोगों को भी जांच के दायरे में लिया है। केस में 11 स्कूल संचालकों पर कार्रवाई हुई, इसमें 81.30 करोड़, 22 लाख का अर्थदंड लगाया। कुल 11 मामलों में 51 आरोपी हैं। इनमें आरोपी स्कूल संचालक और उनसे संबंधित आरोपी 30 हैं, जबकि पांच पुस्तक विक्रेता और प्रकाशक से संबंधित 16 लोगों को आरोपी बनाया गया है। 29 आरोपियों का नाम दो एफआईआर में दर्ज है।
लगातार अभियान चलाने से हुआ बड़ा खुलासा
स्कूल संचालक और पुस्तक विक्रेताओं की धांधली को देखते हुए लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही थी, इसमें जो परिणाम सामने आए वह चौंकाने वाले हैं। इसमें 11 स्कूल संचालक और पुस्तक विक्रेताओं पर मामला दर्ज किया गया है। – दीपक सक्सेना, कलेक्टर,जबलपुर