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तालिबान से RSS की तुलना करने पर जावेद अख्तर को लीगल नोटिस, सात दिन में बिना शर्त माफी मांगने को कहा

माफी नहीं मांगने पर 100 करोड़ का हर्जाना और आपराधिक केस चलाने को कहा

मुंबई। तालिबान से RSS की तुलना करने पर जावेद अख्तर को लीगल नोटिस मिला है। नोटिस में कहा गया है कि वो अपनी टिप्पणी पर सात दिन के अंदर माफी मांगें और बयान वापस लें। अख्तर को नोटिस मुंबई के एक वकील ने बुधवार को भेजा है। उनको एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के खिलाफ झूठी और मानहानिकारक टिप्पणी करने के लिए माफी मांगने को कहा है।

नोटिस देने वाले वकील संतोष दुबे ने कहा कि अगर जावेद अख्तर बिना शर्त लिखित माफी मांगते हैं और नोटिस मिलने के सात दिनों के भीतर अपने सभी बयान वापस नहीं लेते हैं तो वे 100 करोड़ रुपए का हर्जाना मांगेगे और आपराधिक मुकदमा भी दर्ज कराएंगे।

शिवसेना ने भी किया था विरोध

जावेद अख्तर के बयान पर शिवसेना ने कहा था कि संघ और वीएचपी की तुलना तालिबान से करना हिंदू संस्कृति का अपमान है। शिवसेना ने सामना में कहा था कि आज कल कुछ लोग तालिबान की किसी से भी तुलना करने लगे हैं। समाज और मानवता के लिए तालिबान बड़ा संकट है। जिन देशों में लोकतंत्र नहीं है जैसे चीन और पाकिस्तान उसका समर्थन कर रहे हैं।

क्या कहा था तालिबान ने

जावेद अख्तर ने कहा था- जैसे तालिबान इस्लामिक स्टेट बनाना चाहता है। वैसे ही यहां भी कुछ लोग हैं, जो हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं। इन लोगों की मानसिकता एक ही है। भले ये हिंदू, मुस्लिम, ईसाई या यहूदी हों। तालिबान जो कर रहा है, वह बर्बर है, लेकिन आरएसएस, वीएचपी और बजरंग दल का समर्थन करने वाले लोग भी वैसे ही हैं।

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