
एंटरटेनमेंट डेस्क। राजपाल यादव एक ऐसे अभिनेता हैं, जिन्होंने अपने दम पर फिल्म इंडस्ट्री में पहचान बनाई है। फैंस के दिलों पर छा जाने वाले एक्टर के जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया जब उन्हें जेल जाना पड़ा। हाल ही में मीडिया के सामने दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने जेल में बिताए अपने दिनों को याद किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि वे दुनिया के सामने इस पर बात करने से बचते हैं, क्योंकि अभी इस मामले में सटीक निर्णय आना बाकी है।
कैदियों को जेल में सिखाई एक्टिंग
राजपाल यादव ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि मैंने जेल में 3 महीने कैसे काटे। उन्होंने बताया कि मैंने जेल प्रशासन से परमिशन लेकर जेल के अंदर कैदियों के लिए एक्टिंग वर्कशॉप का आयोजन किया था। धीरे-धीरे वहां के लोग हम से जुड़े। जिन लोगों का अपनी जिंदगी से कोई मतलब नहीं था, उन्हें एक दिशा मिली।
मुश्किल समय में लोगों के लिए प्रेरणा बने
राजपाल ने आगे बताया कि मुझे पता था कि इस बुरे दौर से मैं 100 % मजबूत बनकर निकलूंगा। जेल से बाहर निकलने पर एक सर्टिफिकेट मिलता है, लेकिन जेल अधीक्षक ने मेरे काम से प्रभावित होकर दो सर्टिफिकेट दिए थे। उस समय जेल अधीक्षक ने कहा था कि उन्हें लग रहा था कि हर रोज सुबह उन्हें मेरी शिकायत मिलेगी। लोकप्रिय हस्ती होने की वजह से मैं जेल के अंदर लोगों के साथ सही ढंग से पेश नहीं आऊंगा, तो वो लोग मेरी शिकायत करेंगे। हालांकि, उन्हें ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला, बल्कि उन्हें मेरे व्यवहार से बहुत कुछ सीखने को मिला।
जब आप सही हैं तो सिर उठाकर जवाब देना चाहिए
फिल्म इंडस्ट्री के उन सभी लोगों का राजपाल ने धन्यवाद दिया, जिन्होंने बुरे समय में उन पर विश्वास रखा। उन्होंने आगे बताया कि जब मैं कन्फ्यूज रहता था, उस समय लोग मुझे जज करते थे। फिर आगे उन्होंने कहा- जब आप अपनी हरकतों से लोगों को शक करने का मौका देंगे तो वे आपको जरूर जज करेंगे। जब लोग आपको झुकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आप जानते हैं कि आपने कुछ गलत नहीं किया है तो आपको सिर उठाकर ही सबके सवालों का जवाब देना चाहिए।
राजपाल को क्यों जाना पड़ा था जेल
बॉलीवुड एक्टर राजपाल यादव ने 2010 में इंदौर के रहने वाले सुरेंद्र सिंह से बतौर डायरेक्टर अपनी फिल्म ‘अता पता लापता’ के लिए 5 करोड़ रुपए का लोन लिया था। इसके लिए कोर्ट के सामने 5 साल बाद लगभग दोगुनी रकम यानी 10 करोड़ 40 लाख रुपए लौटाने का समझौता हुआ था। लोन की रकम नहीं चुकाने पर सुरेंद्र ने कोर्ट का रुख किया। जिसके बाद कोर्ट ने जेल भेजने का आदेश दिया और राजपाल को तीन महीने कैद की सजा सुनाई गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजपाल ने यह रकम अपनी निजी जरूरत को लेकर उधार ली थी। 2015 में पैसा चुकाने के लिए राजपाल ने सुरेंद्र सिंह को एक चेक दिया था, जो बैंक में जमा करने पर बाउंस हो गया था।
(इनपुट – विवेक राठौर)
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