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भोपाल में दौड़ी ड्राइवरलेस बोलेरो कार, यूएस से मिली थी 22 करोड़ की फंडिंग

स्वायत्त रोबोटिक्स के संजीव शर्मा की ऑटोनोमस कार का डेमो हुआ वायरल

भोपाल से लगभग 22 किमी दूर कंकाली काली माता के मंदिर के पास लोग उस समय चौंक गए जब एक बोलेरो कार बिना ड्राइवर के सड़क दौड़ती नजर आई। कभी साइकिल सवार से बचते हुए तो कभी दूसरी गाड़ियों के अचानक सामने आने पर अपना रास्ता बनाते हुए। ऑटोनोमस कार की दुनिया का यह डेमोस्ट्रेशन हाल में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोग इसके बारे में जानने के लिए उत्सुक हुए। इसके अलावा यह कंपनी लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी में भी प्रदर्शन कर चुकी है।

भोपाल के स्वायत्त रोबोट के संस्थापक और सीईओ संजीव शर्मा ने स्वायत्त ड्राइविंग तकनीक में मैथ्मेटिकल एल्गोरिदम और एआई तकनीक की पेचीदा जटिलताओं पर रिसर्च एंड डेवलपमेंट किया है और वे लगातार इसके उच्च स्तरीय विकास पर काम कर रहे हैं। संजीव कहते हैं, हम सात साल में 80 डेमो कर चुके हैं।

अनियंत्रित ट्रैफिक ने हमारे वाहन को दी चुनौतियां

यूएस में मिलिट्री इस तरह के प्रोजेक्ट में इन्वेस्ट करती है। हम ऑफ रोड डिफेंस ऑटोनोमस एप्लीकेशन टेक्नोलॉजी पर काम कर रहे हैं, हम कोरियन रोबोटिक्स के अलावा इकलौते हैं, जो कि डिफेंस ऑटोनोमस कार के लिए काम कर रहे है। इस पर लगातार रिसर्च एंड डेवलपमेंट चल रहा है लेकिन यह एआई का सबसे चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट है, जिसमें इंसानी सुरक्षा सबसे अहम है और मेरा मुख्य कार्य सेफ्टी पर काम करना है। वीडियो में निर्णय लेने वाले एल्गोरिदम ढांचे की मजबूती को प्रदर्शित करता है। विभिन्न बिंदुओं पर, यह देखा जा सकता है कि अन्य वाहनों (बाइक, ऑटो, साइकिल चालक और कार) ने ट्रैफिक रूल का पालन नहीं किया और मुश्किल हालात पैदा करते हुए हमारे वाहन को चुनौती देते हुए आड़े तिरछे अंदाज में चले, लेकिन कार बाधाओं को पार करते हुए आगे बढ़ती रही।

563 करोड़ रुपए है कंपनी का वैल्यूएशन

संजीव कहते हैं, आईआईटी रुड़की और कनाडा से पढ़ाई के बाद वापस भोपाल आकर साल 2015 से इस काम में जुटा हूं। 2021 में संजीव को इस प्रोजेक्ट के लिए सिलिकॉन वैली यूएस से 22 करोड़ रुपए की फंडिंग भी मिली। इस समय उनकी कंपनी की वैल्यूएशन 563 करोड़ रुपए है। इस साल के अंत वे 10 हजार करोड़ रुपए की फंडिंग का इंतजाम करेंगे।

कंकाली मंदिर पर हुआ डेमो

एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किए गए में, संजीव ने कहा, उपनगरीय सड़कों पर तंग, गतिशील और प्रतिकूल यातायात- गतिशीलता के साथ-साथ आंशिक रूप से असंरचित वातावरण के माध्यम से स्वायत्त ड्राइविंग को एक वीडियो में प्रदर्शित किया गया जिसमें बोलेरो कार कंकाली काली माता मंदिर में चुनौतीपूर्ण यातायात स्थितियों को पार कर रही थी। इस डेमो में ऑफ-रोड और ऑन-रोड के अनुभव, सिंगल-लेन सड़कों पर दो तरफा यातायात को नेविगेट किया गया।

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