इंदौरमध्य प्रदेश

इंदौर अग्निकांड का आरोपी गिरफ्तार : VIDEO में देखें 7 लोगों की मौत के गुनहगार का कबूलनामा

इंदौर की स्वर्ण बाग कॉलोनी की बिल्डिंग में आग लगाने वाले सिरफिरे आशिक संजय उर्फ शुभम दीक्षित को शनिवार रात गिरफ्तार किया। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर कहा कि वह मल्टी में रहने वाली एक युवती से प्यार करता था। जिससे विवाद के चलते उसने गाड़ी में आग लगाई थी। आरोपी पुलिस से बचने के लिए भागते हुए चोटिल भी हुआ। उसके हाथ-पैरों में चोट आई है। फिलहाल एमवाय अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है। इस अग्निकांड में 7 लोगों की मौत हो गई।

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प्यार की आग में 7 लोगों को जिंदा जले

पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम संजय उर्फ शुभम दीक्षित है। वह मूल रूप से झांसी का रहने वाला है और इंदौर में निरंजनपुर में रहता था। आरोपी संजय ने पुलिस को बताया कि मैं उस लड़की से बहुत परेशान हो गया था। उसने मेरे साथ बहुत गलत किया। उसने मुझसे खूब खर्चा करवाया और बाद में पता चला वह तो दूसरों से भी ऐसे करवाती है। मैं उससे सारे रिश्ते खत्म करना चाहता था, लेकिन वह मुझे छोड़ती ही नहीं थी। वह मुझसे अक्सर पैसे भी मांगती रहती थी। मैं तो युवती की गाड़ी की सीट जलाने गया था, लेकिन वहां खड़ी सारी गाड़ियों में आग लग गई और मुझसे बहुत बड़ा कांड हो गया। ये कबूलनामा 7 लोगों की मौत के गुनहगार संजय उर्फ शुभम देवेंद्र दीक्षित का है।

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यह है वह मल्टी जिसमें लगी थी आग।

युवती का रिश्ता होने से नाराज था आरोपी

निरंजनपुर में रहने वाले संजय ने शनिवार तड़के स्वर्ण बाग कॉलोनी में इंसाफ पटेल के उस मकान में आग लगा दी थी जिसमें 7 परिवार के 16 सदस्य किराये से रहते थे। संजय का उस मकान में रहने वाली एक युवती से प्रेम प्रसंग था। दोनों के शारीरिक संबंध भी बन गए थे, लेकिन युवती चंदननगर में रहने वाले युवक से रिश्ता तय हो गया। इस बात पर दोनों में विवाद शुरू हो गए और संजय स्वर्णबाग कॉलोनी से मकान खाली कर निरंजनपुर रहने चला गया। शनिवार को उसने युवती से बदला लेने कि नियत से उसके स्कूटर को आग लगाई और वहां रखें 14 दो व चार पहिया वाहन जल गए।

भागने में आरोपी के हाथ पैर टूटे

पुलिस ने संजय को निरंजनपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस से बच कर भागने के चक्कर में उसके हाथ पैर टूट गए। देर रात उसे एमवाय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया। संजय ने जुर्म कबूल कर कहा कि जिस गाड़ी से वह स्वर्णबाग कॉलोनी आया था उसी गाड़ी से पेट्रोल निकाला था। इसके बाद मल्टी में पहुंचा। वहां खड़ी युवती की स्कूटी की सीट में आग लगा दी और भाग गया। संजय ने बताया कि मैं उस लड़की से सारे रिश्ते खत्म करना चाहता था। आग लगाने के बाद युवती को कॉल कर बताया था कि किसी ने मल्टी में आग लगा दी। इसके बाद शनिवार दिन में दोस्त ने बताया की टीवी पर आग की खबर आ रही है। मैंने बहुत बड़ा कांड कर दिया। दोस्त से बात कर ली थी कि खुद सरेंडर भी करना चाहता हूं। हालांकि पुलिस अभी और पूछताछ करेगी।

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अग्निकांड में इनकी हुई मौत

हादसे में जिनकी मौत हुई उनमें ईश्वर सिंह सिसौदिया (45), नीतू सिसौदिया (45), आशीष (30), गौरव (38) और आकांक्षा अग्रवाल (25) शामिल हैं। तीन अन्य की मौत हुई है। जिनकी पहचान नही हो पाई है।

हादसे में ये हुए घायल

फिरोज, मुनीरा, विशाल प्रजाप्रति, अरशद, सोनाली पंवार और अन्य लोग घायल हुए है। हादसे के बाद से बिल्डिंग का मालिक फरार है। पुलिस के मुताबिक आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।

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