वाशिंगटन। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। लेकिन इससे पहले ही उन्होंने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वह ‘गल्फ ऑफ मैक्सिको’ का नाम बदलकर ‘गल्फ ऑफ अमेरिका’ रखेंगे। ट्रम्प ने कहा कि यह नाम ज्यादा ज्यादा सुंदर लगता है।
गल्फ ऑफ मैक्सिको का नाम बदलने की वजह
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने बयान में कहा कि यह नाम ज्यादा सुंदर और सही लगता है। उन्होंने तर्क दिया कि गल्फ ऑफ मैक्सिको में अमेरिका की सबसे ज्यादा गतिविधियां होती हैं, इसलिए इसे ‘गल्फ ऑफ अमेरिका’ कहना उचित होगा। ट्रम्प ने यह भी संकेत दिया कि जल्द ही इस बदलाव की औपचारिक घोषणा की जाएगी।
गल्फ ऑफ मैक्सिको नाम कैसे पड़ा
‘गल्फ ऑफ मैक्सिको’ का नाम 400 साल से अधिक पुराना है। माना जाता है कि यह नाम अमेरिकी शहर मैक्सिको से प्रेरित होकर रखा गया था। इस खाड़ी को अक्सर अमेरिका का तीसरा तट भी कहा जाता है, क्योंकि यह देश के पांच राज्यों – टेक्सास, लुइसियाना, मिसिसिपी, अलबामा और फ्लोरिडा से सटी हुई है। यह पहली बार नहीं है जब गल्फ ऑफ मैक्सिको का नाम बदलने की कोशिश की जा रही है। 2012 में मिसिसिपी के एक रिप्रेजेंटेटिव ने कुछ हिस्सों का नाम बदलकर गल्फ ऑफ अमेरिका करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन वह विधेयक पास नहीं हो पाया था।
क्या गल्फ का नाम बदलना संभव है
गल्फ ऑफ मैक्सिको का नाम बदलने की प्रक्रिया आसान नहीं होगी। अमेरिका और मैक्सिको, दोनों ही इंटरनेशनल हाइड्रोग्राफिक ऑर्गेनाइजेशन (IHO) के सदस्य हैं। यह एजेंसी समुद्रों और महासागरों के नाम और सर्वेक्षण का प्रबंधन करती है। IHO के अनुसार, किसी नाम को बदलने के लिए सभी संबंधित पक्षों की सहमति जरूरी होती है। हालांकि, डोनाल्ड ट्रम्प अपने अधिकार क्षेत्र में इस नाम का चलन शुरू कर सकते हैं। उन्होंने संकेत दिया कि उनके नेतृत्व में नए नक्शे और प्रशासनिक दस्तावेजों में इसे लागू किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें- कनाडा को 51वां राज्य बनाने के ट्रंप के ऑफर को ट्रूडो ने ठुकराया, सख्ती से कहा- इसकी कोई गुंजाइश नहीं