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मध्य प्रदेश के हाथियों की होगी डीएनए प्रोफाइलिंग, कान्हा से शुरुआत

जबलपुर की वेटरनरी यूनिवर्सिटी ने शुरू किया सैंपल लेना, जान सकेंगे हाथियों में जेनेटिक अंतर

हर्षित चौरसिया- जबलपुर। प्रदेश के नेशनल पार्कों में हाथियों की डीएनए प्रोफाइल तैयार की जाएगी। डीएनए प्रोफाइल को तैयार करने का काम वेटरनरी यूनिवर्सिटी (वीयू) के एक्सपर्ट करेंगे। केंद्र सरकार के प्रोजेक्ट के तहत राज्य में इसकी शुरुआत कान्हा से की गई है। डीएनए प्रोफाइल से हाथियों में जैनेटिक अंतर जान सकेंगे। हाथी के अंगों की तस्करी में उनकी पहचान हो सकेगी। उनके स्वास्थ्य के संबंधी पूरी जानकारी मिलेगी, जिससे इलाज आसान हो सकेगा।

स्कैन से मिलेगी हेल्थ हिस्ट्री

वीयू के एसडब्ल्यूएफएच सेंटर के एक्सपर्ट डॉ. काजल जाधव ने बताया कि डीएनए प्रोफाइल बनने के बाद हाथियों की हेल्थ हिस्ट्री के साथ जेनेटिक इन्फॉर्मेशन भी दर्ज होगी। इसके लिए बारकोड जैसी व्यवस्था होगी, ताकि स्केन करते ही हाथी की पूरी जानकारी सामने आ जाए।

14 हाथियों के सैंपल: प्रोजेक्ट के तहत कान्हा टाइगर रिजर्व से 14 हाथियों के ब्लड सैंपल वीयू की एसडब्ल्यूएफएच सेंटर की टीम ने कलेक्ट कर लिए हैं।

केंद्र सरकार के प्रोजेक्ट के तहत पार्क के हाथियों की डीएनए प्रोफाइल तैयार होना है। इसके लिए हाथियों के ब्लड सैंपल कलेक्ट कर लिए हैं। इससे हेल्थ मॉनीटरिंग हो सकेगी। – सुनील कुमार सिंह, फील्ड डायरेक्टर, कान्हा

वीयू वन्यजीवों के संवर्धन और संरक्षण की दिशा में काम रही है। हाथियों की डीएनए प्रोफाइल तैयार किया जाना केंद्र सरकार का एक बड़ा कदम है। – प्रो. डॉ. एसपी तिवारी, कुलपति, वीयू, जबलपुर

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