भोपालमध्य प्रदेश

दिग्विजय के सरकार पर आरोप : कांग्रेसियों पर झूठे मुकदमे लगाकर उत्पीड़न हो रहा, ऐसे ही चला तो कांग्रेस जेल भरो आंदोलन चलाएगी

सीएम से मिलकर कहा- समिति बनाएं, झूठे मामलों में फंसाए गए लोगों के केस खत्म करें

भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर उन्हें परेशान कर रही है। उन पर झूठे केस लगाए जा रहे हैं। कांग्रेसियों के मकान तोड़े जा रहे हैं। यह बात पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भोपाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों की जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं। दतिया, टीकमगढ़, सागर, खुरई, सुरखी और रहली में ऐसी तमाम शिकायतें आई हैं। कुछ समय पहले मुझे कमलनाथ जी का मैसेज मिला था कि मुझे तत्काल सागर जाना चाहिए। लेकिन, तब मैं भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त था। इन समस्याओं को लेकर कांग्रेस नेताओं ने सीएम से भी मुलाकात की है। दिग्विजय ने कहा- सीएम से जांच समिति के लिए मांग की है।
अगर उन्होंने सहमति नहीं दी तो कांग्रेस जेल भरो आंदोलन करेगी। हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल नहीं टूटने देंगे।

हर जिले में कांग्रेस तैनात करेगी दो वकील

दिग्विजय ने कहा- मैंने 50 साल के राजनीतिक जीवन में ऐसे झूठे केस लगाने के उदाहरण नहीं देखे। ऐसे मामलों को लेकर कमलनाथ ने वकीलों की समिति बनाई थी। इस समिति ने लोगों से चर्चा करने के बाद कुछ सुझाव दिए हैं। इनके अनुसार हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ लगे झुठे मामलों की लड़ाई अदालत में लड़ेंगे।

पूर्व सीएम ने कहा कि मेरे पास ऐसे सैकड़ों प्रकरण आए हैं। कल सुबह साढ़े 9 बजे से लेकर रात एक बजे तक मैं पहले खुरई और सुरखी क्षेत्र के लोगों से मिला। यहां जबरदस्ती लोगों को परेशान किया जा रहा है। कुछ लोगों से मैं जेल में भी जाकर मिला। कल शशांक शेखर जी कल सागर आए थे। उनके साथ मीटिंग की है। हर जिले में कांग्रेस पार्टी के दो वकील तैनात किए जा रहे हैं, जो कांग्रेस कार्यकर्ताओं के केस लड़ेंगे। हमने आज सीएम से भी मिलकर इन मामलों की जांच की मांग की है।
किसी ने अपराध किया है तो हम उसे कोई समर्थन नहीं देंगे, लेकिन जहां झूठे प्रकरण हुए हैं, केस डायरी नहीं भेज रहे, जमानत नहीं होने दे रहे ऐसे मामलों की जांच की मांग की है।

विधानसभा अध्यक्ष समिति बनाएं, झूठे मामलों की रिपोर्ट लें

दिग्विजय ने कहा- डॉ. आनंद राय के प्रकरण में जमानत रिजेक्ट हो गई, लेकिन आज तक उसका आदेश पोर्टल पर अपलोड नहीं हुआ। उसकी कॉपी नहीं मिली। इसकी वजह से वह सुप्रीम कोर्ट में अपना दावा भी पेश नहीं कर पा रहे हैं। ऐसा क्यों हो रहा है। इस मामले में हम लोग विस्तार से चर्चा करेंगे। हमने सरकार के सामने दो विकल्प रखे हैं। या तो आप ज्यूडिशियल कमीशन बनाएं। उसमें झूठे प्रकरण रखें। लेकिन इसमें समय बहुत लगता है। दूसरा विकल्प ये है कि मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौतम विधानसभा की समिति का गठन करें, जिसके अध्यक्ष वह खुद हों। हमें उन पर भरोसा है। ऐसे प्रकरणों की जांच हो और जहां प्रमाण नहीं हों वह झूठे केस वापस हों। 30 अप्रैल तक इसकी जांच रिपोर्ट दी जाए। सीएम ने आश्वासन दिया है कि इस तरह की समिति बनाएंगे।

कांग्रेस नेताओं ने सीएम से मुलाकात कर जांच कमेटी बनाने की मांग की।

दिग्विजय ने बताया कि इस तरह के मामलों की जानकारी स्पीकर को दी जाएगी। विधि सचिवालय देखेगा कि केस बनता है कि नहीं। कई केस ऐसे हैं, जिसमें शिकायतकर्ता का ही पता नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि एक हमारा कार्यकर्ता खुरई नगर पालिका प्रचार कर रहा था। दोपहर में उसे थाने में बंद कर दिया। धारा 151 लगाई। शाम साढ़े 6 बजे छोड़ा। लेकिन जिस दौरान वह थाने की हिरासत में था, उसी दौरान शाम 6 बजे एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति से आवेदन लेकर एफआईआर कर दी कि उसने जातिसूचक गाली दी है। जो व्यक्ति थाने में बैठा है वह बाहर जाकर कैसे गाली दे सकता है। थाने की सीसीटीवी में सारा रिकॉर्ड है।

एक अन्य मामले का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि सागर में विश्वनाथ यादव का ढाबा है। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत किया तो उनके ऊपर झूठा केस लगा दिया गया कि तुम्हारे घर पर महुए की शराब पकड़ी गई। उनका ढाबा भी तोड़ दिया गया। जेसीबी ने उनकी स्कॉर्पियो भी तोड़ दी। हिमाकत देखिए, मंत्री भूपेंद्र सिंह के भतीजे यादव के पास गए और कहा कि तुम्हारे नुकसान की भरपाई के लिए खाते में 20 हजार रुपए डाल दिए हैं।

कमलनाथ बोले – यह शुद्ध रूप से प्रतिशोध की भावना

कॉन्फ्रेंस में पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि पूरा प्रदेश गवाह है कि कांग्रेस के कार्यकाल में हमने कभी ऐसी राजनीति नहीं की। मेरे पास सीएम से लेकर हर किसी के खिलाफ ऐसी शिकायतें आती थीं, लेकिन हमने इस तरह की प्रतिशोध की कार्रवाई नहीं की। इस प्रकार की राजनीति नहीं करनी चाहिए। आप विकास के काम करें। मैं कहता हूं कि आयोग बना दें कि 2018 से लेकर आज तक कौन प्रताड़ित हुआ। मेरे कार्यकाल की भी जांच करा लें। भूपेंद्र सिंह द्वारा प्रताड़ित किए जाने के आरोपों पर कमलनाथ ने कहा- भूपेंद्र सिंह प्रताड़ित करने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि मैंने तो उनकी मदद की। उनका घर सुरक्षित रखने के लिए उसे किसी मंत्री को नहीं दिया, बल्कि नकुल (कमलनाथ के बेटे) को दिया। दिग्विजय ने कहा- भूपेंद्र ने कमलनाथ जी से रिक्वेस्ट की थी कि मेरा बेटा यहां पढ़ रहा है। मुझे मत हटाइये। मैंने नकुल के नाम घर कर दिया, लेकिन उन्हें हटाया नहीं। उनकी मांग गलत नहीं थी।

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