
सेंट्रल बोर्ड आॅफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने सोमवार को 10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट जारी किए। 12वीं में टॉप-10 में 9 स्टूडेंट्स ह्यूमेनिटीज के रहे। साल 2023 में भी ह्यूमेनिटीज स्ट्रीम के स्टूडेंट्स ने सिटी में टॉप किया था। वहीं 10वीं में 15 से अधिक स्टूडेंट्स ने 98 फीसदी तक स्कोर किए। रिजल्ट के बाद12वीं के स्टूडेंट्स ने बताया कि उनका टारगेट दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) से ह्यूमेनिटीज में यूजी- पीजी और यूपीएससी क्रेक करना है तो किसी का इकॉनोमिक्स फील्ड में कॅरियर बनाने का इरादा है। वहीं कई स्टूडेंट्स जेईई मेन एंट्रेस एग्जाम क्रेक कर चुके हैं तो कुछ जेईई एडवांस परीक्षा देने की तैयारी में हैं। 10वीं के टॉपर्स अपनी रुचि ह्यूमेनिटीज, कॉमर्स और पीसीएम स्ट्रीम में दिखा रहे हैं।
पढ़ाई के साथ कुकिंग चैनल को बढ़ाउंगी आगे
मैं की-नोट और इंपोर्टेंट पाइंट को क्वेश्चन पेपर में हाइलाइट करती थी। लिखकर भी प्रैक्टिस किया करती थी। 12वीं के लिए एनसीआईआरटी बुक्स को फॉलो किया क्योंकि उससे काफी कुछ कवर हो जाता है। अब मैं सीयूईटी दे रही हूं क्योंकि मुझे दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीए पॉलिटिकल साइंस में पढ़ाई करना है। भविष्य में यूपीएससी भी दूंगी, जिसकी तैयारी ग्रेजुएशन के साथ करूंगी। मेरा मानना है कि सालभर रेगुलर पढ़ाई से अच्छा स्कोर किया जा सकता है। अपने शौक की बात करूं तो मैं अपने यूट्यूब चैनल को आगे बढ़ाउंगी जिस पर फिलहाल रेसिपीज शेयर करती हूं क्योंकि मुझे कुकिंग का शौक है लेकिन सोशल मीडिया से मैंने दूरी बनाकर रखी है क्योंकि इससे पढ़ाई का बहुत नुकसान हो जाता है। मुझे लगता है कि इंटरनेट का यूज पढ़ाई के लिए करना ज्यादा बेहतर है।
इकोनॉमिक्स में डिग्री लेकर यूपीएससी की तैयारी
मेरा पूरा इंटरेस्ट ह्यूमेनिटीज में था क्योंकि आगे चलकर यूपीएससी क्रेक करना चाहती हूं। साथ ही इकोनॉमिक्स में भी डिग्री हासिल करूंगी ताकि अपनी फील्ड में स्ट्रॉन्ग रहूं। मैं टाइम टेबल के हिसाब से तो नहीं पढ़ती थी लेकिन बस मुझे जब मन करता था, पढ़ती जरूर थी। स्कूल में जिस दिन जो पढ़ाया गया, वही मैंने पढ़ा। एनसीईआरटी को फॉलो किया और नोट्स बनाए। मुझे लगता है कि स्ट्रीम कोई भी हो, बस साल की शुरुआत से रेगुलर स्टडी की जाए तो पढ़ाई बोझ नहीं लगती और सब कुछ आराम से हो जाता है। सबसे बड़ी बाधा पढ़ाई में सोशल मीडिया है तो स्कूल लाइफ तक उससे दूर रहने का प्रयास करना चाहिए ताकि समय बर्बाद न हो। इसके अलावा स्कूल में जहां कहीं पढ़ाई में डाउट आए बिना संकोच टीचर्स से मिले वे जरूर हेल्प करते हैं।
आर्मी में कॅरियर बनाना मेरा पैशन
मैं रोजाना 6 से 8 घंटे पढ़ाई करता था और 11वीं में पीसीएम लेना चाहता हूं क्योंकि मैथ्स मेरा फेवरेट सब्जेक्ट है और इंजीनियरिंग एक ऐसा सब्जेक्ट है जो हर एक सेक्टर में मदद करेगा। मैं आगे चलकर आर्मी में जाना चाहता हूं, क्योंकि आर्मी में जाना मेरा पैशन है। मेरी दो बड़ी बहनें हैं इनमें से एक बीटेक कर रही हैं और दूसरी बीए ग्रेजुएट हैं। दोनों ही पढ़ाई के प्रति काफी डेडिकेटेड रही हैं, तो उनसे मैं काफी इंस्पायर हुआ हूं। मेरा जब मन करता है पढ़ लेता हूं, और रिवीजन करते हुआ चलता हूं।
सालभर पढ़ाई करने से रहा स्ट्रेस फ्री
मेरे पैरेंट्स कहते हैं, यह पढ़ने की उम्र है, इसमें जितना पढ़ाई करोगे आगे तरक्की करोगे। मैं उनकी बात मानता हूं तो स्टडी पर बहुत फोकस करता हूं। मुझे लगता है कि यदि प्रेशर झेलने की आदत नहीं डालें तो अचानक आगे की क्लास में डर लगने लगता है। इसलिए मैं अभी से आईआईटी के लिए भी तैयारी कर रहा हूं ताकि एकदम से ढेर सारा दबाव न आए। सोशल मीडिया से हमेशा दूर रहा लेकिन क्रिकेट जरूर खेलता रहा ताकि रिलेक्स रहूं। शुरुआत से ही पढ़ाई की जाए तो दबाव मुक्त रहा जा सकता है।