
कर्नाटक हिजाब विवाद पर दिए प्रियंका गांधी के बयान पर लोगों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया है। यूजर्स का कहना है कि हिजाब आपका अधिकार है तो आपका ये अधिकार वहां लागू होगा जहां आपका अधिकार क्षेत्र है। स्कूल में क्या पहनना है, ये स्कूल का अधिकार क्षेत्र है और स्कूल में आपको स्कूल के ड्रेस कोड का अनुसरण करना ही होगा। कट्टरपंथ को हवा मत दीजिए दीदी।
कांग्रेस की दोहरी मानसिकता
इसी बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के दो ट्वीट वायरल हो रहे हैं, जो कांग्रेस की दोहरी मानसिकता को दर्शा रहे हैं। एक तरफ प्रियंका गांधी लड़कियों के हिजाब पहनने पर उनके साथ खड़ी है। वहीं दूसरी तरफ जब बात राजस्थान की महिलाओं के घूंघट की आती है तो कांग्रेस उसे रूढ़ीवादी सोच बताती है। इसी को लेकर अशोक गहलोत ने 5 फरवरी 2016 को ट्वीट कर कहा था कि, अब महिलाओं को घूंघट की कैद से मुक्त किया जाना चाहिए क्योंकि हम 21वीं सदी में चल रहे हैं।
अपने बयान को लेकर ट्रोल हो रहीं प्रियंका गांधी
एक यूजर ने कहा- आपके आदर्श पर आपकी पार्टी के ही नेता क्यों नही चलते?
एक यूजर ने लिखा- कांस्टीट्यूशन स्कूल/कॉलेज को ड्रेस कोड जारी करने का अधिकार भी देता है जिसका पालन करना हर विद्यार्थी के लिए अनिवार्य है।
एक ने लिखा- कट्टरपंथ को हवा मत दीजिए दीदी
प्रियंका गांधी का विवादित बयान
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कही थी ये बात, ‘बिकनी पहनें, घूंघट पहनें, जींस पहनें या फिर हिजाब, यह महिलाओं का अधिकार है कि वह क्या पहनें और यह अधिकार उसे भारत के संविधान से मिला है। भारत का संविधान उसे कुछ भी पहनने की गारंटी देता है। इसलिए महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करें।’
क्या है विवाद
हिजाब विवाद कर्नाटक के उडुपी के मणिपाल स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल कॉलेज से शुरू हुआ था। शहर के प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में 6 छात्राओं को हिजाब पहनने की वजह से कक्षा में प्रवेश नहीं दिया गया था। कॉलेज प्रशासन ने इसका कारण ड्रेस में समानता को रखना बताया है। इसके बाद इसी तरह के मामले कुंडापुर और बिंदूर के कुछ अन्य कॉलेजों में भी आए। राज्य में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं। कई संस्थानों में छात्राओं ने हिजाब पहनकर आना शुरू किया तो इसके विरोध में छात्र भगवा गमछा पहनकर आने लगे।
ये भी पढ़ें- कर्नाटक हिजाब कंट्रोवर्सी पर बोलीं Malala- लड़कियों को स्कूल जाने से रोकना भयावह; भारतीय नेताओं से की ये अपील
राज्य में स्कूल-कॉलेज तीन दिन तक बंद
हाईकोर्ट में मंगलवार को मामले की सुनवाई के दौरान विभिन्न स्थानों पर हुए विवाद को देखते हुए कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने राज्य के सभी हाई स्कूल और कॉलेजों को 3 दिनों के लिए बंद करने के आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी।