ताजा खबरभोपालमध्य प्रदेश

नौकरी लगवाने का झांसा देकर 12 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपी उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार, आरोपियों के अन्य साथियों की तलाश में जुटी सायबर क्राइम ब्रांच की टीम

भोपाल। राजधानी की सायबर क्राइम ब्रांच ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर बेरोजगार युवक से 12 लाख रुपए की ठगी करने वाले दो शातिर जालसाजों को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एमईएस (मिलेट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस) में नौकरी लगवाने के लिए रुपये लिए थे। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि आरोपी कई बेरोजगारों से लाखों रुपये की ठगी कर चुके हैं। पुलिस उनके अन्य साथियों की तलाश कर रही है।

खुद को बताया था एमईएस अधिकारी

डीसीपी क्राइम ब्रांच श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि इस मामले की शिकायत फरियादी दरबार सिंह (24) निवासी हाउसिंग बोर्ड कालोनी अशोका गार्डन ने की थी। दरबार ने शिकायत में बताया कि सितंबर 2022 में एसएसबी के इंटरव्यू के दौरान उनकी मुलाकात धीरज नामक व्यक्ति से हुई थी। बाद में दोनों के बीच वाट्सएप पर बातचीत होने लगी। नीरज ने दरबार को बताया कि वह उसकी नौकरी मिलेट्री में लगवा सकता है। 18 सितंबर 2022 को नीरज ने भोपाल स्टेशन पर दरबार को बुलाया और अपने पांच अन्य साथियों से मिलवाया। इनमें से तीन लोगों ने खुद को एमईएस (मिलेट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस) देहरादून के अधिकारी और दो लोगों ने दिल्ली डीआरएफ कार्यालय में पदस्थ रेलवे अधिकारी बताया। बातचीत के दौरान अधिकारियों ने दरबार से उसके सारे दस्तावेज लिए और बताया कि एमईएस में क्लर्क की नौकरी के लिए 12 लाख रुपये का खर्चा आएगा। दरबार ने एडवांस के तौर पर 50 हजार रुपये नकद और 60 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। उसके बाद टुकड़े-टुकड़े में कुल 12 लाख रुपये बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए।

देहरादून बुलाकर दिया था नियुक्ति पत्र

रुपये लेने के बाद जालसाजों ने दरबार को देहरादून बुलाया और डाक्यूमेंट का वेरीफिकेशन किया। उसके बाद उन्होंने एक नियुक्ति पत्र दिया और उसे दिखाने के बाद कार्यालय में जमा करने के नाम पर वापस ले लिया और बोला कि आपको बाद में बुलाया जाएगा। भोपाल आने के बाद दरबार ने जब उन्हें फोन लगाया तो किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। ठगी का एहसास होने पर मामले की शिकायत सायबर क्राइम ब्रांच की की गई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 406,419,420,464, 468,471 भादवि का अपराध दर्ज किया था।

उत्तर प्रदेश के शामली से पकड़ाए दो जालसाज

तकनीकी जांच के बाद सायबर क्राइम ब्रांच ने आरोपी अमित चौहान (38) और अर्जुन चौहान (36) दोनों निवासी देव गार्डन के पास, चौधरी चरण सिंह कॉलोनी, शामली उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया है। दोनों के अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। पूछताछ के दौरान पता चला कि मुख्य आरोपी अमित चौहान आर्मी और रेलवे की ट्रेनिंग कराने वालों के संपर्क में रहता है। उसे पता रहता कि आर्मी और रेलवे में कब भर्ती निकलने वाली है। इसी जानकारी के आधार पर वह बेरोजगारों को निशाना बनाता था। आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड जब्त किए गए हैं।

ये भी पढ़ें-चाइल्ड साइबर क्राइम के मामले में मप्र टॉप थ्री स्टेट में शामिल, पोर्नोग्राफी में बच्चों की तस्वीरों के इस्तेमाल के केसेस बढ़े; 83% मामलों में करीबी ही होते हैं आरोपी

संबंधित खबरें...

Back to top button