
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक बड़ा रेल हादसा टल गया। अज्ञात लोगों ने प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के सामने पटरी पर रसोई गैस सिलिंडर रख दिया, जिसे देखकर चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए और सिलिंडर उससे टकराकर दूर जा गिरा। रेलवे ने इस सिलसिले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने 6 संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
घटना के बाद RPF, GRP और रेलवे के सीनियर अफसरों ने जांच की। मामले की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की अगुवाई में 5 टीमें गठित की गई हैं। घटना में आतंकवादियों का हाथ होने की आशंका के मद्देनजर आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने भी मामले की अलग से जांच शुरू की है।
पुलिस ने 6 संदिग्धों को लिया हिरासत में
इस मामले में पुलिस ने 6 संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया है। पुलिस ने रडार पर इलाके के जमातियों को भी लिया है। डीसीपी वेस्ट राजेश कुमार सिंह ने बताया कि आस-पास से आने वाले जमातियों की जांच की जा रही है। कहां-कहां से जमाती आए हैं और कहां ठहरे हैं, इसकी भी पड़ताल की जा रही है। साथ ही सीसीटीवी कैमरों से भी जांच पड़ताल की जा रही है।
ATS ने घटनास्थल पर की जांच
कानपुर-कासगंज रेल पथ के बर्राजपुर-उत्तरीपुरा में मध्य प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश में रेलपथ पर एलपीजी सिलेंडर व अन्य ज्वलनशील पदार्थ रखने के मामले में सोमवार सुबह करीब 11 बजे एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी ने अपनी विशेषज्ञों की टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। मौके पर मौजूद मिले एडीसीपी विजेंद्र द्विवेदी और सहायक पुलिस आयुक्त अजय त्रिवेदी से मामले की कई अन्य पहलुओं पर जांच के आदेश दिए।
सिलेंडर फटा नहीं, ट्रेन से टकराकर गिर
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) हरीश चंद्र ने सोमवार को यहां बताया कि रविवार रात 8 बजकर 20 मिनट पर प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस के चालक ने बिल्हौर रेलवे स्टेशन से कुछ दूर पहले पटरी पर एक रसोई गैस सिलेंडर रखा देखा। उसने आपातकालीन ब्रेक लगाए मगर ट्रेन सिलेंडर से टकरा गई और थोड़ा आगे जाकर रुक गई। सिलिंडर भी उछलकर दूर जा गिरा। उन्होंने कहा कि सिलेंडर इंजन में फंसकर फटा नहीं, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। साथ ही अचानक आपातकालीन ब्रेक लगने से ट्रेन पटरी से उतर भी सकती थी। ट्रेन करीब 20 मिनट तक घटनास्थल पर रुकी रही और जांच के लिए इसे फिर बिल्हौर स्टेशन पर रोका गया।
जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया
चंद्र ने बताया कि सूचना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। उनकी मदद के लिए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) भी मामले की जांच कर रहा है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल के पास क्षतिग्रस्त सिलिंडर के अलावा पेट्रोल से भरी बोतल और माचिस सहित कई संदेहास्पद चीजें भी बरामद की गई है।
आरोपियों की पहचान के प्रयास
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने कहा कि उन लोगों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है, जिन्होंने ट्रेन को पटरी से उतारने के इरादे से गैस सिलिंडर और अन्य आपत्तिजनक सामग्री पटरियों पर रखी थीं। इस बीच, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रेलवे ने इस संबंध में शिवराजपुर में अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता, विस्फोटक अधिनियम और रेलवे अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है। आरोप है कि पेट्रोल से भरी बोतल के अलावा एलपीजी सिलेंडर को पटरी पर रखकर विस्फोट की कोशिश की गई। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की अगुवाई में पांच टीमें गठित की गई हैं।