दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के जोशीमठ सहित कई जगहों पर भी भूकंप के झटके महसूस हुए। बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केंद्र और उसकी तीव्रता के बारे में अभी जानकारी नहीं मिल सकी है।
Earthquake of Magnitude:5.8, Occurred on 24-01-2023, 14:28:31 IST, Lat: 29.41 & Long: 81.68, Depth: 10 Km ,Location: Nepal for more information Download the BhooKamp App https://t.co/gSZOFnURgY@ndmaindia @Indiametdept @Dr_Mishra1966 @Ravi_MoES @OfficeOfDrJS @PMOIndia pic.twitter.com/y1Ak7VbvFB
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) January 24, 2023
5 राज्यों में आया भूकंप
भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर के अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा में भी महसूस किए दए हैं। हालांकि, अभी तक किसी भी तरह के कोई नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
Strong earthquake tremors felt in Delhi pic.twitter.com/VZkRU4uyLy
— ANI (@ANI) January 24, 2023
आखिर क्यों आते हैं भूकंप ?
भूकंप आने के पीछे की वजह पृथ्वी के भीतर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। हमारी पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं, तब फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसकी वजह से सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव बनने लगता है। ऐसी स्थिति में प्लेट के टूटने के बाद ऊर्जा पैदा होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता ढूंढती है। जिसकी वजह से धरती हिलने लगती है।
कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन दो सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।
किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है
• 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
• वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
• 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
• 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में पाइप फट जाती है।
• 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
• 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।