धर्म

Chandra Grahan 2022: साल का आखिरी चंद्र ग्रहण आज… सूतक काल हुआ शुरू, भूलकर भी ना करें ये गलतियां

साल 2022 का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण 8 नवंबर यानी आज है। चंद्रग्रहण का सूतक काल शुरू हो चुका है। विद्वानों के मुताबिक, सूतक काल में कुछ कामों को नहीं करना चाहिए क्योंकि उन्हें करना वर्जित माना जाता है। भारत में यह पूर्ण चंद्र ग्रहण देश के पूर्वी भागों में और आंशिक ग्रहण शेष राज्यों में नजर आएगा। चंद्र ग्रहण का सूतक काल सुबह 8 बजकर 20 मिनट पर शुरू हो गया है।

चंद्र ग्रहण 2022 का समय

साल का आखिरी चंद्र ग्रहण मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लग रहा है। वैसे तो यह चंद्र ग्रहण दोपहर 1 बजकर 32 मिनट पर शुरू हो रहा है। लेकिन, भारत में शाम 5 बजकर 20 मिनट पर दिखाई देगा जो 6 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगा। भारत में पूर्ण चंद्र ग्रहण कुछ जगहों पर दिखाई देगा। वहीं, आंशिक चंद्र ग्रहण अधिकांश हिस्सों में दिखेगा। बता दें कि रांची, पटना, सिलीगुड़ी, ईटानगर, कोलकाता और गुवाहाटी में पूर्ण चन्द्र ग्रहण दिखेगा। भारत में सबसे पहले चंद्र ग्रहण अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में देखा जाएगा।

क्या करें और क्या न करें

  • चंद्र ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। सूतक काल लगने पर पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान नहीं करना चाहिए।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए। ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को अंदर ही रहना चाहिए।
  • ग्रहण के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर बंद कर देना चाहिए।
  • ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों को दूर करने के लिए ध्यान और मंत्रों का जाप करें।
  • ग्रहण के दौरान कुछ भी खाना या पीना नहीं चाहिए।
  • ग्रहण के दौरान मंदिरों के पट को बंद करके रखना चाहिए।

भारत के शहर के हिसाब से चंद्र ग्रहण का सही समय

ईटानगर : शाम 4:28 बजे से शाम 6:18 बजे तक

नई दिल्ली : शाम 5:32 बजे से शाम 6:18 बजे तक

मुंबई : शाम 6:05 बजे से शाम 6:18 बजे तक

चेन्नई : शाम 5:42 बजे से शाम 6:18 बजे तक

हैदराबाद : शाम 5:44 बजे से शाम 6:18 बजे तक

उज्जैन : शाम 5:47 बजे से शाम 6:18 बजे तक

भोपाल : शाम 5:40 बजे से शाम 6:18 बजे तक

बेंगलुरु : शाम 5.53 बजे से शाम 6:18 बजे तक

कानपुर : शाम 5:23 बजे से शाम 6:18 बजे तक

हरिद्वार : शाम 5:26 बजे से शाम 6:18 बजे तक

प्रयागराज : शाम 5:18 बजे से शाम 6:18 बजे तक

अहमदाबाद : शाम 6:00 बजे से शाम 6:18 बजे तक

सूरत : शाम 6:02 बजे से शाम 6:18 बजे तक

जामनगर : शाम 6:11 बजे से शाम 6:18 बजे तक

नासिक : शाम 5:55 बजे से शाम 6:18 बजे तक

रांची : शाम 5:07 बजे से शाम 6:18 बजे तक

पटना : शाम 5:05 बजे से शाम 6:18 बजे तक

गुवाहटी : शाम 4:37 बजे से शाम 6:18 बजे तक

विशाखापट्टनम : शाम 5:24 बजे से शाम 6:18 बजे तक

गंगटोक : शाम 4:48 बजे से शाम 6:18 बजे तक

जयपुर : शाम 5:41 बजे से शाम 6:18 बजे तक

जोधपुर : शाम 5:53 बजे से शाम 6:18 बजे तक

कोलकाता : शाम 4:56 बजे से शाम 6:18 बजे तक

चंडीगढ़ : शाम 5:31 बजे से शाम 6:18 बजे तक

जम्मू : शाम 5:35 बजे से शाम 6:18 बजे तक

नागपुर : शाम 5:36 बजे से शाम 6:18 बजे तक

चंद्र ग्रहण तीन तरह के होते हैं

पूर्ण चंद्र ग्रहण- पूर्ण चंद्र ग्रहण जैसे की इसके नाम से स्पष्ट होता है कि चंद्रमा का पूरी तरह से ग्रहण। पूर्ण चंद्र ग्रहण की घटना तब होती है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में एक सीधी रेखा में आ जाती है। इस वजह से पृथ्वी की परछाई से चंद्रमा पूरी तरह से ढक जाता है। जिसकी वजह से चंद्रमा पूरी तरह से काला हो जाता है। इसी को पूर्ण चंद्र ग्रहण कहते हैं।

आंशिक चंद्र ग्रहण- आंशिक चंद्र ग्रहण की घटना तब होती है जब पृथ्वी की परछाईं चंद्रमा के पूरे भाग को नहीं ढक पाती है। इस दौरान चंद्रमा के हिस्से में अंधेरा जैसा प्रतीत होता है।

उपछाया चंद्र ग्रहण- उपछाया चंद्र ग्रहण के दौरान पृथ्वी की छाया चंद्रमा के बाहरी हिस्से में ही पड़ती है। इससे चंद्रमा सिर्फ थोड़ा सा धुंधला सा हो जाता है। इसी को उपछाया चंद्र ग्रहण कहते हैं।

देश में चंद्र ग्रहण

पूर्ण चंद्र ग्रहण : कोलकाता, कोहिमा, पटना, पुरी, रांची और ईटानगर

आंशिक ग्रहण : शेष भारत में आंशिक चंद्र ग्रहण

दुनिया में चंद्र ग्रहण : उत्तरी-पूर्वी यूरोप,एशिया,ऑस्ट्रेलिया,प्रशान्त महासागर,उत्तर और दक्षिण अमेरिका

(नोट: यहां दी गई सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। हम मान्यता और जानकारी की पुष्टि नहीं करते हैं।)

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