नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में ठंड का एहसास शुरू होने के साथ ही हवा लगातार खराब होती जा रही है। दिल्ली में गुरुवार को एयर क्वालिटी गंभीर श्रेणी में पहुंच गई और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 पार पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 6 बजे दिल्ली के 31 इलाकों में प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी से गंभीर श्रेणी में पहुंच गया।
सबसे ज्यादा AQI 567 जहांगीरपुरी में दर्ज किया गया। वहीं राजधानी में ठंड ने भी दस्तक दे दी है। ऐसे में धुंध और कोहरे की वजह से बुधवार सुबह 8 बजे आईजीआई एयरपोर्ट पर जीरो विजिबिलिटी रही।
इन इलाकों में हालात गंभीर
सुबह 6 बजे औसत AQI गंभीर+(450 से ऊपर) श्रेणी में है, वे इस प्रकार हैं- आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, द्वारका, जहांगीरपुरी, मुंडका, नजफगढ़, लाजपत नगर, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, आर के पुरम, रोहिणी, विवेक विहार, वजीरपुर।
आज सुबह के जो आंकड़े सामने आए हैं। उसके मुताबिक सुबह 6 बजे दिल्ली के जहांगीरपुरी का AQI 606 जो काफी खतरनाक है। इसके अलावा, पंजाबी बाग में 473, इंडिया गेट में 378, सरस्वती कॉलेज दिल्ली का एक्यूआई 438 रहा।
दिल्ली में बैन के बावजूद जमकर हुई आतिशबाजी
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने 1 जनवरी 2025 तक पटाखों को बैन किया था। पटाखे बनाने, उन्हें स्टोर करने, बेचने और इस्तेमाल पर रोक लगाई गई थी। इसके साथ ही इनकी ऑनलाइन डिलीवरी पर भी रोक लगाई गई थी, फिर भी आतिशबाजी हुई।
राजधानी दिल्ली में सर्दियों के समय हर बार प्रदूषण बढ़ जाता है। राजधानी में सांस लेना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सरकार की तरफ से प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए अलग-अलग उपाय किए जाते हैं। ऐसे में दिवाली के समय पटाखों की खरीद-बिक्री पर रोक भी एक उपाय होता है। इसके बावजूद दीवाली के दिन लोग पटाखे फोड़ने से बाज नहीं आते हैं। पिछले साल भी बैन के बावजूद दिवाली के दिन खूब पटाखे फोड़े गए थे।
पिछले 9 साल में दिवाली के बाद दिल्ली का AQI
साल | दिवाली के दिन AQI | दिवाली के अगले दिन AQI |
2024 | 186 | 359 |
2023 | 202 | 900 |
2022 | 312 | 326 |
2021 | 382 | 432 |
2020 | 414 | 424 |
2019 | 337 | 345 |
2018 | 281 | 642 |
2017 | 319 | 367 |
2016 | 431 | 425 |
जानिए एयर क्वालिटी और उसका प्रभाव
- 0-50 गुड न्यूनतम प्रभाव।
- 51-100 सेटिसफेक्टरी संवेदनशील लोगों को सांस लेने में मामूली तकलीफ।
- 101-200 मॉडरेट फेफड़े, दमा और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को सांस लेने में तकलीफ।
- 201-300 पुअर ज्यादातर लोगों को लंबे समय तक सांस लेने में तकलीफ।
- 301-400 वेरी-पुअर लंबे समय तक संपर्क में रहने से सांस की बीमारी।
- 401-500 सीवियर स्वस्थ लोगों पर प्रभाव और बीमार वाले लोगों पर गंभीर रूप से प्रभाव।
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