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कांग्रेस ने CS इकबाल सिंह बैंस और ललित मोहन बेलवाल के खिलाफ खोला मोर्चा, लोकायुक्त में की शिकायत, 500 करोड़ के घोटाले का आरोप

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासत का दौर तेज हो गया है। प्रदेश में विपक्षी कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर एक बार फिर घोटाले के आरोप लगाए हैं। इस बार कांग्रेस के निशाने पर राज्य सरकार के साथ ही प्रदेश के प्रशासनिक मुखिया याने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस भी हैं। आज दोपहर में कांग्रेस के आला नेता लोकायुक्त कार्यालय पहुंचे और वहां लोकायुक्त जस्टिस एनके गुप्ता से मुलाकात कर एमपी के चीफ सेक्रेटरी इकबाल सिंह बैंस और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (SRLM) के सीईओ ललित मोहन बेलवाल के खिलाफ शिकायत की।

चुनाव से पहले एक्टिव मोड में कांग्रेस

सोमवार को पूर्व सीएम और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने लोकायुक्त एनके गुप्ता से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल के रूप में गए इन तमाम नेताओं ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और SRLM के सीईओ ललित मोहन बेलवाल पर घोटाले में लिप्त होने के आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ लिखित शिकायत दी। नेताओं ने मांग की है कि इस मामले को लेकर जांच की जाए और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

500 करोड़ के घोटाले का आरोप

लोकायुक्त से मुलाकात के बाद तमाम कांग्रेस नेता पीसीसी पहुंचे। यहां प्रेस से चर्चा करते हुए उन्होंने ऑडिटर जनरल (AG) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए SRLM में पोषण आहार को लेकर 500 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया। तन्खा यहीं नही रुके, उन्होंने AG की रिपोर्ट के बावजूद रिटायर अफसर बेलवाल को पद से हटाने के बजाय लगातार एक्सटेंशन दिए जाने पर सवाल खड़े किए। तन्खा ने साफ कहा कि बेलवाल को चीफ सेक्रेटरी इकबाल सिंह बैंस का संरक्षण हासिल है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने इस मामले को कई बार विधानसभा में उठाया लेकिन सरकार ने हर बार कांग्रेस की आवाज को सदन में दबाने की कोशिश की।

जांच हुई तो निकलेंगे हजारों-करोड़ों के घोटाले

सांसद और कानून के जानकार तन्खा ने कहा कि AG की रिपोर्ट में केवल 8 जिलों में ही 500 करोड़ का घोटाला बताया गया है। उन्होंने आगे कहा कि अगर MP के बाकी जिलों में निष्पक्ष जांच हुई तो यह आंकड़ा हजारों करोड़ का होगा। तन्खा को उम्मीद है कि लोकायुक्त में शिकायत करने के बाद इस मामले में निष्पक्ष जांच होगी।

एक्सटेंशन पर सीएस, बेलवाल भी रिटायर

प्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को लगातार दूसरी बार छह माह का एक्सटेंशन मिला है। उनका कार्यकाल 30 नवंबर तक का है। उम्मीद यही है कि वे प्रदेश के विधानसभा चुनाव कराने के बाद ही इस पद से विदा होंगे। इधर, आईएफएस अफसर रहे ललित मोहन बेलवाल भी रिटायर हैं। लेकिन, वे रिटार होते ही SRLM में ही नियुक्ति पाने में सफल रहे। उनके खिलाफ कई बार पहले भी गंभीर आरोप लग चुके हैं। विभागीय स्तर पर जांच के दौरान विभाग में तैनात एक महिला आईएएस अफसर ने तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन इस अफसर का तबादला हो गया। विगत लंबे समय से चुप रही कांग्रेस अब इस मामले को चुनावी साल में तूल दे रही है।

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