खेल

मां से मिलते ही फूट-फूटकर रो पड़ीं मीराबाई चानू

इम्फाल। टोक्यो ओलिम्पिक में रजत पदक जीतकर नया इतिहास बनाने वाली महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू का अपनी गृहराज्य मणिपुर के बीर टिकेन्द्रजीत अंतराष्टीय हवाई अड्डे पर जबरदस्त स्वागत किया गया। मीराबाई इस दौरान अपनी मां से मिलकर फूट-फूट कर रो पड़ीं। राज्य के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने मीराबाई का हवाई अड्डे पर स्वागत करने के बाद उनका अभिनन्दन किया। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्टीय हवाई अड्डे की तरह यहाँ भी खेल प्रेमियों की भारी भीड़ थी। चानू ने गत शनिवार को महिला 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतकर नया इतिहास बनाया था। मीराबाई अपनी मां सैखोम ओंगबी तोम्बी लीमा और पिता सैखोम कृति मतई से गले लगकर फूट-फूट कर रो पड़ीं । सुरक्षा गार्डों ने उनके चारों तरफ एक सुरक्षा घेरा बनाया था। हवाई अड्डे से वह मणिपुर सरकार द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में हिस्सा लेने पहुंचीं जिसे मुख्यमंत्री की तरफ से आयोजित किया गया।

मीराबाई चानू को उनके राज्य मणिपुर में पुलिस विभाग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (खेल) नियुक्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने सोमवार को यह घोषणा की थी। मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए यह भी कहा कि उनकी सरकार मीराबाई को एक करोड़ रुपए देगी जैसा पहले एलान किया गया था। उन्होंने साथ ही कहा कि ओलम्पियन जूडोका सुशीला देवी को कॉन्स्टेबल से प्रमोट कर सब इंस्पेक्टर बनाया जाएगा। उन्होंने दोहराया कि राज्य से ओलिम्पिक में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को 25-25 लाख रुपए दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने साथ ही घोषणा की कि राज्य सरकार ने राज्य में विश्व स्तरीय भारोत्तोलन अकादमी स्थापित करने का निर्णय भी ले लिया है।

चानू को सौंपा 50 लाख रुपए का चेक

नई दिल्ली। आईओएस स्पोर्ट्स एंड एंटरटेनमेंट ने टोक्यो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता सैखोम मीराबाई चानू का स्वागत करते हुए सम्मान के तौर पर उन्हें 50 लाख रुपए का चेक सौंपा है। आईओसी ने चानू की मार्केटिंग एजेंसी के रूप में उन्हें उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि पर 50 लाख का चेक भेंट किया। आईओएस ने चानू के लिए 10 करोड़ के वाणिज्यिक सौदे करने के लिए भी प्रतिबद्ध होने की बात कही है। उल्लेखनीय है कि आईओएस के साथ चानू की यात्रा 2019 में शुरू हुई थी, जिसमें उन्हें एडिडास और मोबिल आयल जैसे ब्रांडों के साथ प्रमुख सहयोग प्राप्त हुआ।

ओलिंपिक पदक मेरा एकमात्र मिशन था: मीराबाई चानू

इम्फाल। टोक्यो ओलिंपिक में रजत पदक जीतकर इतिहास बनाने वाली मीराबाई चानू ने मणिपुर सरकार की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि ओलिंपिक पदक जीतना ही उनका एकमात्र मिशन था। सभी के प्यार और स्नेह के कारण ही वह रजत पदक जीतने में सफल रहीं, इसलिए यह पदक सभी लोगों को समर्पित करती हूं। चानू ने अपने माता-पिता का धन्यवाद करते हुए अपने पहले कोचों महान भारोत्तोलक एन अनीता चानू और सनसाम ब्रोजेन का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने 12 साल की छोटी उम्र में ही उनका मार्गदर्शन किया। वहीं उन्होंने हर कदम पर मदद करने के लिए मणिपुर ओलिंपिक संघ का भी आभार व्यक्त किया।

संबंधित खबरें...

Back to top button