
पटना। कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान के इकलौते बेटे ने आत्महत्या कर ली है। 17 साल के आयान ने सोमवार (3 फरवरी) को MLC आवास पर खुदकुशी की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने फांसी लगाई है। सुसाइड का कारण अब तक सामने नहीं आया है। वहीं सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कांग्रेस विधायक शकील खान फिलहाल बिहार से बाहर हैं।
फंदे से लटका मिला शव
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान के इकलौते बेटे आयान (17) ने पटना में 3 फरवरी को आत्महत्या कर ली। आयान का शव पटना स्थित शकील अहमद खान के सरकारी आवास पर ही फंदे से लटका मिला है। रात में बेटा सो गया था और सुबह जब लोगों ने देखा तो कमरे में उसका शव लटका हुआ था। शकील अहमद खान की एक बेटी भी है, जो इंग्लैंड में लॉ की पढ़ाई कर रही है। आयान ने सुसाइड क्यों किया, इसका कारण अभी सामने नहीं आया है।
शकील अहमद खान का सचिवालय थाना क्षेत्र में सरकारी आवास है। घटना के सामने आने के बाद पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
हाल ही में राहुल गांधी से मिला था आयान
18 जनवरी को राहुल गांधी के पटना दौरे के दौरान शकील अहमद खान ने अपने बेटे आयान को मंच पर लाकर राहुल गांधी से मिलवाया था। आयान ने राहुल गांधी को एक पेंटिंग भी दी थी, जिसे उन्होंने सराहा और उसकी तारीफ की थी।
सांसद पप्पू यादव ने जताया दुख
सांसद पप्पू यादव ने X पर लिखा है कि ‘एक अत्यंत दुःखद सूचना से मर्माहत हूं। बिहार में कांग्रेस विधायक दल के नेता मेरे मित्र डॉ. शकील अहमद ख़ान साहब के इकलौते पुत्र का असामयिक निधन हो गया। मेरी पूरी संवेदना शकील भाई और उनके परिजनों के साथ है, लेकिन एक पिता माता के लिये ढांढस के कोई शब्द नहीं है मेरे पास।’
2015 में पहली बार विधायक बने थे शकील अहमद
- शकील अहमद खान की पहचान एक साफ और स्वच्छ छवि वाले नेता के रूप में है।
- वह कटिहार जिले के कबर कोठी गांव के रहने वाले हैं।
- उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की।
- इसके बाद दिल्ली के जेएनयू से उन्होंने एमए, एमफिल और पीएचडी की डिग्री प्राप्त की।
- 1999 में शकील अहमद खान ने कांग्रेस पार्टी में शामिल होकर कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
- 2015 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर कटिहार के कदवा विधानसभा क्षेत्र से पहली बार चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
- 2020 में भी कांग्रेस ने उन्हें फिर से चुनाव में मौका दिया, और वे दोबारा जीते।
- इसके बाद उन्हें पार्टी ने विधायक दल का नेता चुना।
- वर्तमान में बिहार में कांग्रेस के 19 विधायक हैं।