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तमिलनाडु के उद्योगपति का भोपाल में अपहरण कर बदमाशों ने ऑनलाइन ट्रांसफर कराए 20 लाख रुपए; 7 दिन बाद क्राइम ब्रांच में कराई FIR

भोपाल। रॉ मटेरियल सप्लाई करने के बहाने तमिलनाडु के एक उद्योगपति को बदमाशों ने भोपाल बुलाकर कार से किडनेप कर लिया और 7 अलग-अलग एकाउंट्स में 20 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए। इसके साथ ही बदमाशों ने पिस्टल अड़ाकर मुदरै के इस इंडस्ट्रियलिस्ट से 40 हजार रुपए नकद और आईफोन भी छीन लिया। इसके बाद उद्योगपति को भोपाल-इंदौर हाईवे पर छोड़कर आरोपी फरार हो गए। मदुरै पहुंचने के बाद उद्योगपति ने इसकी जानकारी अपने परिवार को दी और सात दिन बाद इस मामले की रिपोर्ट भोपाल क्राइम ब्रांच में कराई गई है। हालांकि अपराध की ये कहानी कई सवाल खड़े कर रही है, लेकिन इसकी असलियत तभी सामने आएगी जब पुलिस की जांच पूरी हो जाएगी।

ये है मामला

क्राइम ब्रांच थाने के मुताबिक वी. सतीश मदुरै, तमिलनाडु के निवासी हैं और प्लास्टिक मटेरियल की फैक्ट्री चलाते हैं। उन्हें किसी कौशिक नामक व्यक्ति ने उन्हें 70 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से 25 टन माल सप्लाई करने का वाट्सएप किया था। 21 जून को कौशिक ने उन्हें वॉट्सएप जानकारी दी कि माल रेडी है, लिहाजा आप भुगतान कर दें। सतीश ने बताया कि वह बगैर माले की क्वालिटी चैक किए भुगतान नहीं करेंगे। इस पर कौशिक ने उन्हें भोपाल आकर माल चैक करने का बोला। 23 जून का सतीश फ्लाइट से दोपहर करीब 12 भोपाल पहुंचे और उसे फोन किया। इस पर कौशिक ने उन्हें ऑटो से आसाराम चौराहे पर बुलाया। सतीश जैसे ही यहां पहुंचे उन्हें मारुति स्विफ्ट कार में सवार दो लोगों ने रिसीव कर कार में बिठा लिया। रास्ते में दोनों युवकों ने पिस्टल और चाकू अड़ाकर सतीश के पास रखे 40 हजार रुपए छीन लिए और एक अज्ञात मकान में ले जाकर बंधक बना लिया।

सात अलग-अलग एकाउंट में ट्रांसफर कराए 20 लाख रुपए

सतीश को जिस मकान में बंधक बनाया गया था, वहां एक बुजुर्ग व्यक्ति भी था। इस दौरान बदमाशों ने सतीश को पिस्टल दिखाते हुए वीरा इंडस्ट्रीज के एकाउंट से सात बैंक एकाउंट्स में 20 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करा दिए। इसके बाद मकान पर मौजूद बुजुर्ग ने उनका मोबइल भी छीन लिया। इसके बाद बदमाश उन्हें कार मं लेकर इधर-उधर घुमाते रहे और रात करीब साढ़े दस बजे बदमाशों ने उन्हें भोपाल-इंदौर मार्ग पर यह कहते हुए छोड़ दिया कि यहां से इंदौर चले जाओ। सतीश जैसे-तैसे इंदौर और वहां से अपने घर पहुंचे। उन्होंने परिवार वालों को जब घटना की जानकारी दी तो घरवालों ने रिपोर्ट दर्ज कराने का बोला। गुरुवार को सतीश वापस भोपाल आए और क्राइम ब्रांच पहुंचकर घटना की शिकायत की। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण, लूट और आपराधिक षड्यंत्र रचने की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।

कई सवालों का जवाब बना पुलिस की उलझन

सतीश को किस इलाके में बंधक बनाया गया था, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। इतनी ही नहीं उन्होंने उस कार का नंबर भी नहीं देखा, जिसमें बदमाश आए थे। दरअसल सतीश का कहना है कि पहले से इंतजार कर रहे बदमाशों ने सतीश को देखते ही उनका सूटकेस ले लिया और साथ चलने को कहा। उन्हें इस बात का एहसास ही नहीं था कि ऐसी घटना भी हो सकती है। अब पुलिस मोबाइल नंबर, हुलिए और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपियों की तलाश में जुटी है। इसके साथ ही जिन एकाउंट्स में रुपए ट्रांसफर करवाए गए थे, उनके बारे में भी जानकारी जुटा रही है।

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