अंतर्राष्ट्रीयताजा खबर

चीन के लिए सीधी फ्लाइट शुरू करने की मांग भारत ने फिर की खारिज

भारत ने कहा-जब तक सीमा विवाद जारी, तब तक रिश्ते सामान्य नहीं होंंगे

बीजिंग।गलवान में धोखा देने के बाद भारत ने चीन के लिए पिछले 4 साल से सीधी उड़ान को बंद कर रखा है। चीन लगातार इसे शुरू करने की मांग कर रहा है। अब भारत ने चीन की इस मांग को एक बार फिर से खारिज कर दिया है। भारत ने साफ कर दिया है कि जब तक सीमा विवाद जारी रहेगा, चीन के साथ रिश्ते सामान्य नहीं होंगे। वहीं, गलवान हिंसा के बाद से ही भारत ने चीनी नागरिकों को वीजा देने में भी कड़ा रुख जारी रखा है। भारत सरकार की नीति अब राष्ट्रीय आर्थिक सुरक्षा पर है। इससे चीनी विमानन कंपनियों को काफी घाटा हो रहा है।

चीन के विदेश मंत्रालय ने भारत से की अपील

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन की कोशिश है कि कोराना काल के बाद अपने एविएशन इंडस्ट्री को उठाया जाए, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही है। वहीं भारत में विमानन उद्योग लगातार बूम कर रहा है। भारत की कंपनियों ने सैकड़ों विमानों का आॅर्डर दिया है। पिछले साल से ही चीन की सरकार और वहां की एयरलाइन कंपनियां भारत से गुहार लगा रही हैं कि सीधी उड़ान को फिर से शुरू किया जाए। चीन इसे बड़ा मुद्दा मान रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय ने पिछले दिनों कहा था कि हम आशा करते हैं कि भारतीय पक्ष चीन के साथ मिलकर ठीक इसी दिशा में काम करेगा ताकि सीधी उड़ान को फिर से शुरू किया जा सके।

भारत ने वीजा पर लगाए कड़े प्रतिबंध

चीन की विमान कंपनियों ने जहां 371 उड़ानें भरी थीं, वहीं भारतीय कंपनियों ने केवल 168 उड़ानें। इससे चीन को जमकर फायदा हुआ था। अभी भारतीयों को हांगकांग या किसी तीसरे देश के रास्ते चीन जाना होता है। वहीं वीजा की बात करें तो जहां वर्ष 2019 में चीनी नागरिकों को 2 लाख वीजा जारी किए गए थे, वहीं वर्ष 2024 में यह घटकर मात्र 1500 पर आ गई है। इसमें भी 1000 चीनी इंजीनियर हैं, जो यहां की कंपनियों के लिए बुलाए गए थे।

दोनों देशों को फायदा: चीन ने कहा कि सीधी उड़ान को फिर से शुरू करने से दोनों ही देशों का फायदा होगा। वहीं एक भारतीय अधिकारी ने चीन की इस इच्छा पर कहा कि सीमा पर जब तक शांति नहीं होती है, रिश्ते आगे नहीं बढ़ सकते।

संबंधित खबरें...

Back to top button