
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में कुल 52 लाख रुपए के इनामी 9 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि सुकमा जिले में पीएलजीए बटालियन नंबर एक में सक्रिय नौ नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है। इनमें हिड़मा और देवा की बटालियन के हार्डकोर नक्सल दंपति ने भी हथियार डाल दिए हैं।
सरेंडर नक्सलियों के नाम
- समीर उर्फ मिडियम सुक्का (टीम कमांडर, पीएलजीए बटालियन नंबर 01) 8 लाख का इनाम
- माड़वी बुधरी, (महिला सदस्य, सेक्शन 2 कंपनी) 8 लाख का इनाम
- कलमू मंगड़ू (डिप्टी कमांडर, सेक्शन 1 कंपनी) 8 लाख का इनाम
- मड़कम सोमड़ी (महिला सदस्य, प्लाटून नंबर 08 की पीपीसीएम) 8 लाख का इनाम
- रजनी उर्फ राजे उर्फ बीड़े माड़वी (महिला सदस्य, बटालियन हेड क्वॉर्टर प्लाटून सेक्शन ए) 8 लाख का इनाम
- शांति कवासी (महिला सदस्य, बटालियन नंबर 01) 8 लाख का इनाम
- नुप्पो नरसी (महिला पामेड़ एलओएस पार्टी सदस्य) 2 लाख का इनाम
- नुप्पो हुंगी (महिला अध्यक्ष, सुरपनगुड़ा आरपीसी केएएमएस) 1 लाख का इनाम
- मड़कम हिड़मे (महिला सदस्य, दक्षिण बस्तर डिवीजन कृषि टीम) 1 लाख का इनाम
नक्सलियों ने क्यों किया आत्मसमर्पण
अधिकारियों ने बताया कि सुकमा जिले में चल रहे ‘नियद नेल्ला नार’ (आपका अच्छा गांव) योजना से प्रभावित होकर तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार शिविर स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव के कारण नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों के खिलाफ जिले में बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है।
इन घटनाओं में पुलिस दल पर हमला और बारूदी सुरंग विस्फोट जैसी घटनाएं शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई है और उन्हें पुनर्वास नीति के तहत अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
One Comment