
यूक्रेन में युद्ध के बीच फंसे रीवा जिले का प्रज्ज्वल तिवारी आज अपने घर पहुंचे गए हैं। प्रज्ज्वल तिवारी के माता-पिता ने मिठाई खिलाकर बेटे के आने की खुशियां मनाई। मीडिया से बात करते हुए प्रज्ज्वल तिवारी ने बताया कि वहां के हालात बेहद खराब है। मैं सकुशल घर वापस लौट आया हूं इसके लिए सभी को धन्यवाद देता हूं।
माता-पिता की आंखों में छलके खुशी के आंसू
बता दें कि यूक्रेन में हो रहे युद्ध के बीच फंसे रीवा के प्रज्ज्वल तिवारी शनिवार को अपने घर पहुंच गए हैं। जैसे प्रज्ज्वल घर पहुंचे अपने बेटे को देख माता-पिता की आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। प्रज्ज्वल के माता-पिता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मीडिया के साथियों को धन्यवाद दिया हूं। उन्होंने कहा कि हमें सरकार से कोई मदद नहीं मिली, लेकीन मीडिया के साथियों द्वारा बहुत मदद की गई।
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यूक्रेन में हालात बेहद खराब: प्रज्ज्वल
प्रज्ज्वल ने बताया की जब तक मैं यूक्रेन में था तो हालात ठीक नजर आ रहे थे, लेकिन हमारे वहां से निकलने के बाद वहां धमाके होने शुरू हो गए। अब वहां के हालात बहुत ही गंभीर है। अभी भारत के कई छात्र यूक्रेन में फसे हुए हैं, जिनको जल्द से जल्द सरकार वापस वतन लाए, क्योंकि वहां के हालात बेहद खराब है। मेरे कुछ दोस्त भी फंसे हुए हैं, जिनसे अभी बात नहीं हो पा रही है।
जवा तहसील के रामबाग में है गांव
प्रज्ज्वल तिवारी रीवा जिले की जवा तहसील के रामबाग गांव के रहने वाला है। पिता बुद्ध सागर तिवारी गांव में ही हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं। दो भाई और एक बहन में सबसे बड़ा प्रज्जवल है। वह टेरनोपिल स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS सेकंड ईयर का छात्र है। जो करीब 1 साल 3 माह से यूक्रेन में हॉस्टल में रह रहा था।
24 फरवरी को दिल्ली पहुंचा था प्रज्ज्वल
यूक्रेन से एयर इंडिया की फ्लाइट 24 फरवरी की रात करीब 8.30 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड हुई थी। प्रज्ज्वल तिवारी 25 फरवरी को दिल्ली से चलकर 26 फरवरी को रीवा पहुंचे।