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Cervical Cancer: देश को मिली सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ पहली स्वदेशी वैक्सीन, जानें कितनी होगी कीमत

देश को सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ आज पहली स्वदेशी वैक्सीन मिल गई है। सर्वाइकल कैंसर के मामलों में पूरी दुनिया में भारत का पांचवां स्थान है। वैक्सीन का नाम ‘क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमा वायरस वैक्सीन (qHPV)’ है। केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह और SII के प्रमुख अदार पूनावाला ने यह वैक्सीन लॉन्च की। कुछ ही महीनों में ये मार्केट में मिलने लगेगी।

कब तक मिलेगा टीका

‘क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमा वायरस वैक्सीन (qHPV)’ को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी (DBT) ने मिलकर बनाया है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के CEO अदार पूनावाला ने बताया कि, वैक्सीन इस साल के अंत तक लॉन्च हो सकती है। शुरुआत में वैक्सीन को सरकारी माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। बाद में इसे कुछ प्राइवेट पार्टनर्स को भी दी जाएगी।

200 से 400 रुपए होगी कीमत

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के CEO अदार पूनावाला ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर का टीका सस्ता होगा और यह 200-400 रुपए की रेंज में लोगों के लिए उपलब्ध होगा। हालांकि अभी अंतिम कीमत तय नहीं हुई है, भारत सरकार से चर्चा की जा रही है। फिलहाल, वैक्सीन से संबंधित रिसर्च और डेवलपमेंट का काम पूरा हो गया है। अब जल्द ही इसे मार्केट में उतारने की तैयारी की जा रही है।

देश में हर साल 1.23 लाख मामले

WHO के मुताबिक भारत में सर्वाइकल कैंसर के 1.23 लाख मामले हर साल आते हैं। ऐसे में ये स्वदेशी वैक्सीन वरदान साबित होने वाली है। इसमें करीब 67,000 महिलाओं की जान चली जाती है। यह कैंसर देश में महिलाओं को होने वाला दूसरा सबसे सामान्य कैंसर है।

उधर, दुनिया की बात करें तो सर्वाइकल कैंसर में भारत का नंबर 5वां है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, इस समय पूरे देश में लगभग पांच फीसदी महिलाएं इस बीमारी से जूझ रही हैं। यह बीमारी 15 से 44 वर्ष की महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौतों की दूसरी सबसे कॉमन वजह है।

9 से 14 साल की लड़कियों के लिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम

ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने पिछले दिनों सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ वैक्सीन बनाने की इजाजत दी थी। इस वैक्सीन के फेज 2 और 3 के ट्रायल हो चुके हैं। दावा है कि इस वैक्सीन ने सभी प्रकार के HPV वायरस पर असर दिखाया है। ट्रायल में ये वैक्सीन सभी आयु वर्ग की महिलाओं पर असरदार साबित हुई है।

एनटीएडीआई के चेयमैन डॉ. एनके अरोड़ा का कहना है कि यह वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर पर काफी असरदार है। 90 फीसदी मामलों में सर्वाइकल कैंसर एचपीवी वायरस से होता है और ये वैक्सीन इस वायरस को खत्म करेंगी। साथ ही कहा कि, इस टीके को अगर हम बेटियों (9 से 14 साल) को लगाते हैं तो वह इसके संक्रमण से सुरक्षित रहेंगी और हो सकता है कि देश में 30 साल के बाद कैंसर न हो।

क्या है सर्वाइकल कैंसर?

ऐसा समझा जाता है कि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं को होता है, लेकिन कई बार ये पुरुषों को भी हो सकता है। सर्वाइकल कैंसर होने पर जननांग में संक्रमण हो जाता है। सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस की वजह से होता है। ये वायरस लंबे समय तक शरीर में रहता है और बाद में सर्वाइकल कैंसर का कारण बनता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, सर्वाइकल कैंसर दुनिया में महिलाओं को होने वाला चौथा आम कैंसर है।

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