भोपालमध्य प्रदेश

भारी बारिश के बीच आजादी का जश्न : CM शिवराज ने फहराया तिरंगा, बोले- भोपाल में वीर भारत स्मारक का निर्माण करेंगे

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में भारी बारिश के बीच आजादी का जश्न मनाया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज 76वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर शौर्य स्मारक पहुंचकर अमर जवान ज्योति पर पुष्प चक्र एवं मां भारती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर देश के लिए प्राणोत्सर्ग करने वाले सपूतों को नमन किया।

सीएम ने परेड की सलामी ली

सीएम शिवराज ने 76वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में ध्वजारोहण कर उपस्थितजनों और प्रदेश एवं देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। सीएम ने 76वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में परेड की सलामी ली।

सीएम ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पुलिस बल और हॉक फोर्स के जवानों को शौर्य प्रदर्शन एवं उत्कृष्ट कार्यों के लिए पदक से अलंकृत कर सम्मानित किया।

भोपाल में बनाएंगे वीर स्मारक : सीएम शिवराज

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि हम भोपाल में एक वीर भारत स्मारक का निर्माण करेंगे और उस वीर भारत स्मारक में क्रांतिकारियों एवं आजादी के नायकों की मूर्तियां, उनका व्यक्तित्व और कृतित्व संजो कर रखा जाएगा।

कार्यक्रम में सीएम शिवराज की बड़ी बातें

  • आजादी की 75वीं वर्षगांठ मेघ भी मल्हार गाकर मना रहे हैं। घनघोर बारिश के बीच हमारे वीर जवान खड़े हैं। अपने जवानों के हौसले, धैर्य, संयम और संकल्प को देखकर आज विश्वास के साथ मैं यह कह सकता हूं कि दुनियां की कोई भी ताकत भारत माता की तरफ आंख उठाकर नहीं देख सकती।
  • भू-माफियाओं और दबंगों से मुक्त कराई गई 21 हजार एकड़ जमीन पर गरीबों के लिए सुराज कॉलोनी बनाकर उन्हें मकान दिए जाएंगे। आज मैं मुख्यमंत्री जन आवास योजना की भी घोषणा करता हूं। ऐसे लोग जो प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र नहीं हैं, उन्हें योजना के अंतर्गत प्रदेश सरकार मकान देगी।
  • धन के अभाव में कोई गरीब इलाज से वंचित न रहे, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अब तक 2 करोड़ 80 लाख से अधिक कार्ड बना कर मध्यप्रदेश, देश में प्रथम स्थान पर है।
  • हमारा ये संकल्प है कि आम नागरिकों को सीधा लाभ पहुंचाने वाली हितग्राही मूलक योजनाओं में शत-प्रतिशत सेचुरेशन लाया जाए, अर्थात कोई भी पात्र हितग्राही इन योजनाओं के लाभ से वंचित ना रहे।
  • खेती को लाभ का व्यवसाय बनाना और किसानों की आमदनी को बढ़ाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है।
  • प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए हमने राज्य प्राकृतिक कृषि बोर्ड का गठन कर लिया है। अब तक लगभग 60 हजार कृषकों द्वारा 1 लाख 90 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में प्राकृतिक खेती प्रारंभ करने हेतु पंजीयन कराया गया है।
  • मध्यप्रदेश सरकार ने पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए विशेष पहल करते हुए राज्य पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग का गठन किया है।राज्य सरकार ने सदैव पिछड़ा वर्ग को उनका अधिकार दिलाने का काम किया है और आगे भी उन्हें न्याय दिलाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
  • राज्य सरकार अपने नागरिकों का जीवन निरोगी और निरामय बनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। सम्पूर्ण कायाकल्प अभियान प्रारंभ कर जन-भागीदारी से स्वास्थ्य संस्थाओं को अधिक से अधिक जन उपयोगी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
  • महिलाओं एवं बच्चों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम के माध्यम से विगत ढाई वर्षों में 6 लाख से अधिक कुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाया गया है।
  • लाड़ली लक्ष्मी योजना अंतर्गत प्रदेश में अब तक 42 लाख से अधिक बेटियां लाड़ली लक्ष्मी बन चुकी हैं। उन्हें 231 करोड़ रूपए से अधिक की छात्रवृत्ति वितरित की जा चुकी है।
  • मध्यप्रदेश में नई शिक्षा संस्कृति का विकास हुआ है। नवीनतम नेशनल अचीवमेंट सर्वे में मध्यप्रदेश ने स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाते हुए 17 वें स्थान से आगे बढ़कर देश में 5वां स्थान हासिल किया है।
  • शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई किसी भी हालत में प्रभावित ना हो, इसे ध्यान में रखते हुए 18 हजार से अधिक स्कूल शिक्षकों की भर्ती की गई है। इस वर्ष हम भोपाल एवं इन्दौर जिले में स्कूली बच्चों को साइकिल वितरण में ई-रूपी व्यवस्था लागू करने जा रहे हैं।
  • देशभक्ति, समाज सेवा एवं अनुशासन जैसे भावों को विकसित करने के लिए NCC और NSS में विद्यार्थियों की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है। प्रदेश में कुल अध्ययनरत विद्यार्थियों के 3% विद्यार्थी NCC में भाग लें, इसके लिए हमने चरणबद्ध रूप से कार्य करने की योजना बना ली है।
  • मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना निर्धन परिवारों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए वरदान बन कर आई है। पिछले वित्तीय वर्ष में योजना के अंतर्गत 29 हजार 400 से अधिक मेधावी विद्यार्थियों को 181 करोड़ रुपए से अधिक की शिक्षण शुल्क सहायता उपलब्ध कराई गई है।
  • मध्यप्रदेश में नई राज्य युवा नीति लागू की जाएगी। युवा गतिविधियों को प्रभावी बनाने और युवाओं के कल्याण के लिए कार्य करने वाली सभी संस्थाओं को एक मंच पर लाने के उद्देश्य से राज्य युवा सलाहकार परिषद का गठन किया जाएगा।
  • प्रदेश की युवा पीढ़ी में अब उद्यमी बनने की ललक है। वे अब नए-नए क्षेत्रों में जोखिम लेकर भी व्यवसाय प्रारंभ करना चाहते हैं। वे रोजगार मांगने वालों के बजाय रोजगार देने वाले बनना चाहते हैं।सरकार ने स्व-रोजगार के अवसर पैदा करने की दिशा में ऐतिहासिक काम किया है।
  • स्व-रोजगार को हमने महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तीकरण का मंत्र बना कर स्व-सहायता समूहों के माध्यम से एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा कर दिया है। स्व-सहायता समूहों से जुड़ी 43 लाख परिवारों की बहनों ने सचमुच चमत्कार कर दिखाया है।

  • महिलाओं एवं उनके समूहों के प्रशिक्षण, काउंसलिंग, कौशल संर्वधन, उत्पादों की पैकेजिंग, ब्रांडिंग, मार्केट लिंकेज, डिजिटल मार्केटिंग, डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्किंग हेतु नई मुख्यमंत्री उद्यम शक्ति योजना लागू की गई है।
  • मध्यप्रदेश में बड़े उद्योगों से लेकर छोटे उद्योगों का जाल तेजी से बिछाया जा रहा है। नए औद्योगिक क्षेत्रों तथा MSME क्लस्टर्स के विकास से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
  • राज्य सरकार ने वैश्विक आर्थिक मंदी और कोरोना संकट के बावजूद एक तरफ गरीबों और कमजोर वर्ग के कल्याण में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी। वर्ष 2021-22 में प्रचलित दरों पर मध्यप्रदेश74 प्रतिशत की आर्थिक वृद्धि दर के साथ देश में अग्रणी है।
  • ट्रेड, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी की त्रिवेणी के साथ मध्यप्रदेश में निवेश और निर्यात गतिविधियों को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है। एक्सपोर्ट इंडेक्स 2021 के अनुसार मध्यप्रदेश, निर्यात में – देश के टॉप – 10 राज्यों में शुमार है।
  • घरेलू एवं गैर घरेलू उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से इस वर्ष लगभग 24 हजार करोड़ रुपए की विद्युत सब्सिडी दी जा रही है। नई नवकरणीय ऊर्जा नीति 2022 लागू कर दी गई है।
  • 21वीं सदी के आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में आधुनिकतम तकनीकों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। सायबर तहसील की स्थापना के साथ ही मध्यप्रदेश में सुशासन के एक नये युग का प्रारंभ हुआ है।
  • मप्र पुलिस देशभक्ति व जनसेवा के नए प्रतिमान स्थापित कर रही है।पुलिस द्वारा हाल ही में एक आतंकवादी गुट के एक अंतर्राष्ट्रीय मॉड्यूल को ध्वस्त कर 4 विदेशी आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है।बालाघाट में पुलिस-नक्सल मुठभेड़ में 3 दुर्दांत नक्सली धराशायी किए गए हैं।

  • मध्यप्रदेश में एक नई खेल संस्कृति विकसित हो रही है। एक तरफ हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल और प्रशिक्षण सुविधाओं के साथ खिलाड़ियों की नई पीढ़ी तैयार कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर खेलों को आम आदमी के जीवन का अभिन्न अंग बनाया जा रहा है।
  • युवाओं में देश भक्ति की भावना को प्रबल करने तथा उन्हें देश की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की अनुभव यात्रा कराने के उद्देश्य से ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना के अंतर्गत लाड़ली लक्ष्मियों को भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमा वाघा बॉर्डर की यात्रा कराई गई।
  • भौतिक प्रगति के साथ-साथ आंतरिक आनंद की प्राप्ति में भी सरकार सहभागी बनी है। हमने देश में अपने किस्म की अभिनव पहल कर आनन्द विभाग का गठन किया था, वह पौधा आज वट वृक्ष बन गया है। उसके माध्यम से अल्पविराम,आनंद उत्सव,आनंद सभा जैसे आयोजन नियमित रूप से किए जा रहे हैं।
  • सबसे पहले जीवन की बुनियादी आवश्यकताओं पर ध्यान देना मनुष्य की सहज-स्वाभाविक प्रवृत्ति है। रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी जरूरतों की पूर्ति के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्पित है।
  • आजादी का अमृत महोत्सव पर्व एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में देश और प्रदेश की बेहतरी में अपना योगदान देने के लिए संकल्प लेने का सुनहरा अवसर है। मैं प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता से इन 6 क्षेत्रों में सरकार के साथ मिलकर काम करने की अपील करता हूं।
  • क्रांतिकारियों ने रक्त से अभिषेक करके भारत को आजादी दिलाई थी। आइए, आज उन सभी क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धा सहित प्रणाम करें।
  • आज देश के लिए मरने के लिए नहीं, जीने की जरूरत है। इसलिए हम अपने नागरिक कर्तव्यों का पालन करते राष्ट्र की प्रगति में योगदान देंगे।
  • टीम मध्यप्रदेश जिसमें केवल मुख्यमंत्री नहीं, जिसमे केवल मंत्री नहीं हैं, जिसमें चुने हुए जनप्रतिनिधि, अफसर और मध्य प्रदेश की जनता भी है,उन सब का संकल्प है मध्यप्रदेश को आगे बढ़ाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

महापौर मालती राय ने आईएसबीटी स्थित नगर निगम कार्यालय में ध्वजारोहण किया।

मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया ध्वजारोहण।

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