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Under-19 टीम की ऑलराउंडर सौम्या की कहानी : 5 साल की उम्र में थामा बल्ला, लड़कों जैसा लुक देखकर एकेडमी में मिला था दाखिला

प्रीति जैन, भोपाल। भोपाल की सौम्या तिवारी आज चर्चा में हैं। वह Under-19 Women’s T-20 World Cup 2023 के फाइनल  में इंग्लैंड की महिला टीम को हराने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थीं। भोपाल की रहने वाली सौम्या ने ही विनिंग शॉट लगाकर भारत को पहली बार में ही अंडर-19 T20 क्रिकेट का चैंपियन बनाया। उन्होंने 32 गेंदों पर 3 चौकों की मदद से 24 रन बनाए। रविवार को उनके घर जीत का जश्न मना।

इस मुकाम तक पहुंचने के लिए सौम्या ने काफी मेहनत की। उन्होंने 5 साल की उम्र में ही बल्ला थाम लिया था। वह लड़कों के साथ खेलते हुए क्रिकेट एंजॉय करती थीं। उस समय परिवार ने नहीं सोचा भी नहीं था कि उनकी बेटी एक भारत की अंडर-19 टीम में खेलेगी और भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाएगी।

घर पर शुरू की थी प्रैक्टिस

peoplesupdate.com से बातचीत में सौम्या ने बताया था कि उनका परिवार भोपाल के शाहजहांनाबाद में रहता था। वह मोहल्ले के लड़कों के साथ खेलने जाती थीं, लेकिन लड़के उन्हें साथ में खिलाते नहीं थे। इसके बाद सौम्या ने घर पर ही कपड़े धोने वाली मोगरी से क्रिकेट खेलना शुरू किया।

एकेडमी में ऐसे मिला दाखिला

2000 में परिवार गौतम नगर में रहने आ गया। 11 साल की उम्र में सौम्या का क्रिकेट प्रेम देखकर बड़ी बहन साक्षी उन्हें अरेरा क्रिकेट एकेडमी ले गईं। उस समय वहां लड़कियों को ट्रेनिंग नहीं दी जाती थी। चूंकि, सौम्या लड़कों जैसे लुक में रहती थीं, इसलिए एकेडमी में तीन दिन तक उन्हें लड़का समझकर ट्रेनिंग देते रहे। बाद में उन्हें एकेडमी वालों ने लड़की होने की बात कहकर उन्हें वापस कर दिया। इसके बाद बहन साक्षी ने काफी मिन्नत कर गर्मियों की छुट्टी भर खेलने देने की अनुमति मांगी। एकेडमी में सौम्या का प्रदर्शन देखकर उन्हें खेलने की अनुमति मिल गई। सौम्य को सुरेश चेनानी ने ट्रेनिंग दी। यहीं से वे अपने पैशन को क्रिकेट करियर के रूप में ढालने लगीं।

सेंट जोसेफ में 12वीं की छात्रा हैं

सौम्या सेंट जोसेफ कॉन्वेंट में 12वीं की छात्रा हैं। इस साल बोर्ड की परीक्षा हैं। इससे पहले अंडर-19 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को चैंपियन का खिताब दिलाकर सौम्या और टीम ने बड़ी परीक्षा पास की है।

मां बोलीं- मेरा भी सपना पूरा हुआ

सौम्या तिवारी के भोपाल स्थित घर में जश्न।

जीत के बाद सौम्या की मां ने कहा- आज सिर्फ मेरी बेटी का ही नहीं, मेरा भी सपना पूरा हो गया है। मेरे पास आज कहने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा- भगवान ने हमारी सुन ली है। आज हम बहुत खुश हैं। वर्ल्ड कप जीतने के बाद सौम्या के परिजनों और दोस्तों ने जमकर जश्न मनाया। सौम्या की मां ने कहा- मैं बेटी का मैच कभी देखती ही नहीं हूं। लेकिन प्रार्थना जरूर कर रही थी। उन्होंने कहा- मैं इस मैच की रिकॉर्डिंग बाद में देखूंगी। यह वाकई बहुत बड़ा सपना पूरा हुआ है। बताते चलें कि मैच के दौरान सौम्या की मां पूजा कर रही थीं।

7 विकेट से इंग्लैंड को हराकर वर्ल्ड चैंपियन बनी

टीम इंडिया ने इस मुकाबले में इंग्लैंड को 7 विकेट से हरा दिया। भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए इंग्लैंड की महिला क्रिकेटर्स 17.1 ओवर में महज 68 रन ही बना सकी। जवाब में 14 ओवर में 3 विकेट पर भारत ने टारगेट हासिल कर लिया।

पहली बार हुआ अंडर – 19 वर्ल्ड कप

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने पहली बार ही विमेंस का अंडर-19 वर्ल्ड कप आयोजित कराया। इस T-20 फॉर्मेट में के टूर्नामेंट की मेजबानी साउथ अफ्रीका को मिली थी। इंग्लैंड को हराकर टीम इंडिया इस टूर्नामेंट की पहली चैंपियन बनी।

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