जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि के पूर्व कुलपति डॉ. पीके बिसेन, पूर्व कुलसचिव अशोक इंगले और धारणा बिसेन के विरुद्ध लोकायुक्त पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में युवा क्रांति संगठन ने प्रेस कांफ्रेस कर मामले की जानकारी दी। पूर्व कुलपति डॉ. बिसेन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए युवा क्रांति संगठन के प्रदेश सचिव देवा झारिया ने बताया कि डॉ. बिसेन ने कुलपति रहते हुए अपनी पुत्रवधु धारणा बिसेन की नियुक्ति विवि में नियम विरुद्ध तरीके से की है। इस संबंध में संगठन ने दस्तावेजों के साथ राज्यपाल सहित वरिष्ठ अधिकारियों के पास शिकायत की थी।
एडवोकेट उदित मैंदीरत्ता ने बताया कि इसकी शिकायत लोकायुक्त सहित विभिन्न कार्यालयों में की गई थी।संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि जेएनके विवि में पदस्थ वैज्ञानिक एमए खान और पुत्र डॉ. परवेज राजन खान द्वारा अवैध रूप से शासकीय भूमि पर कब्जा किये जाने की शिकायत तत्कालीन कलेक्टर इलैयाराजा टी से की थी। शिकायत को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए शासन की 57 एकड़ की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया था। युवा क्रांति संगठन ने दावा किया है कि जल्द ही वे जेएनके विवि के वर्तमान कुलसचिव रेवा सिंह सिसोदिया के काले कारनामों का खुलासा दस्तावेजों के साथ उजागर करेगा।