
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए आम बजट पेश कर दिया है। इस बार के बजट में रेलवे को लेकर कोई नई घोषणा नहीं की गई है, लेकिन पहले से घोषित योजनाओं को पूरा करने पर जोर दिया गया है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में रेलवे का जिक्र नहीं किया, हालांकि भारतीय रेलवे को 2.55 लाख करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है।
पिछले साल की तुलना में राशि समान
वित्त वर्ष 2026 के लिए रेलवे को दी गई 2.55 लाख करोड़ रुपए की राशि पिछले वित्त वर्ष के समान है। वित्त मंत्री ने 2024-25 के बजट में भी रेलवे के लिए 2,55,200 करोड़ रुपए का आवंटन किया था, जो 2023-24 में आवंटित 2,40,200 करोड़ रुपए से 5 प्रतिशत अधिक था। इसके अलावा, 10,000 करोड़ रुपए अतिरिक्त बजटीय संसाधनों से आवंटित किए गए थे।
कैसे खर्च होगी रेलवे को दी गई राशि
रेलवे को दिए गए कुल 2.55 लाख करोड़ रुपये में से, राजस्व खर्च पर 3,445 करोड़ रुपए, कैपिटल एक्सपेंडिचर (पूंजीगत व्यय) पर 2,52,000 करोड़ रुपए, पेंशन फंड पर 66,000 करोड़ रुपए, नई रेलवे लाइनें के लिए 32,235 करोड़ रुपए, रेलवे लाइनों का दोहरीकरण करने के लिए 32,000 करोड़ रुपए, गॉज (Gauge) कन्वर्जन के लिए 4,550 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
वहीं, सुरक्षा और अपग्रेडेशन के लिए भी बजट का आवंटन किया गया है, जिसमें सिग्नलिंग और टेलीकॉम के लिए 6,800 करोड़ रुपए, विद्युत लाइनों के लिए 6,150 करोड़ रुपए, स्टाफ वेलफेयर (कल्याण) पर 833 करोड़ रुपए, स्टाफ ट्रेनिंग के लिए 301 करोड़ रुपए, रेलवे सेफ्टी फंड के लिए 45,000 करोड़ रुपए खर्च करने का टारगेट है।
रेलवे मंत्रालय रेल हादसों को कम करने के लिए बड़े कदम उठा रहा है। प्रमुख रेलवे रूट्स पर ‘कवच’ टेक्नोलॉजी का अपग्रेडेड वर्जन 4.0 लगाने का काम तेजी से किया जाएगा। हालांकि, वित्त मंत्री ने इसे लेकर कोई नई घोषणा नहीं की है, लेकिन बजट आवंटन में इसकी व्यवस्था की गई है।
पिछले बजट में हुई थी नई घोषणाएं
पिछले साल जुलाई 2024 में पेश किए गए बजट में वित्त मंत्री ने नई वंदे भारत ट्रेनों की घोषणा की थी। इसके अलावा, तीन बड़े रेलवे आर्थिक गलियारे (Economic Corridors) बनाने की बात कही गई थी। इसमें ऊर्जा, खनिज और सीमेंट गलियारा, पोर्ट कनेक्टिविटी गलियारा और उच्च यातायात घनत्व गलियारा शामिल था।
रेलवे के पूंजीगत व्यय में थी वृद्धि की
रेलवे से जुड़े विशेषज्ञों को उम्मीद थी कि इस बार कैपिटल एक्सपेंडिचर (Capex) पर आवंटन 20% तक बढ़ाया जाएगा। रेलवे के अनुमानों के मुताबिक, पिछले बजट में मिले 2.65 लाख करोड़ रुपए में से रेलवे ने करीब 80% खर्च कर लिए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, रेलवे बोर्ड ने चालू वित्तीय वर्ष में 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि रेलवे को नई योजनाओं की जरूरत थी, लेकिन इस बजट में केवल पहले से घोषित प्रोजेक्ट्स को पूरा करने पर ध्यान दिया गया है। नई ट्रेनों, स्टेशनों के आधुनिकीकरण, बुलेट ट्रेन और अन्य बड़ी परियोजनाओं के लिए अलग से कोई घोषणा नहीं की गई।
कुल बजट | 2,55,445 करोड़ |
राजस्व खर्च | 3,445 करोड़ |
पूंजीगत व्यय | 2,52,000 करोड़ |
पेंशन फंड | 66,000 करोड़ |
नई रेलवे लाइनें | 32,235 करोड़ |
लाइन दोहरीकरण | 32,000 करोड़ |
गॉज परिवर्तन | 4,550 करोड़ |
सिग्नलिंग और टेलीकॉम | 6,800 करोड़ |
विद्युत लाइनों का विस्तार | 6,150 करोड़ |
स्टाफ कल्याण | 833 करोड़ |
रेलवे स्टाफ ट्रेनिंग | 301 करोड़ |
रेलवे सेफ्टी फंड | 45,000 करोड़ |
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