जबलपुरमध्य प्रदेश

1 अरब की एफडी कराएगा एमयू

जबलपुर। प्रदेश की पहली मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी एक अरब की एफडी कराने जा रही है इसके लिए कुछ दिनों से विवि में प्रक्रिया चल रही है। विवादों से बचने के लिए इतनी बड़ी राशि की एफडी कराने की पूरी प्रक्रिया पर पैनी नजर रखने के लिए विवि प्रशासन ने करीब 6 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है। एमयू मध्य प्रदेश का पहला ऐसा विवि होगा जो कि 100 करोड़ रुपए की एफडी कराने जा रहा है। बताते हैं कि इतनी बड़ी राशि की एफडी कराने के लिए विवि ने 14 बैंकों को बुलाया था, इसमें जो बैंक विवि को सबसे अधिक ब्याज देगा उसके पास इस राशि को फिक्स डिपाजिट कर दिया जाएगा। विवि द्वारा कमेटी के सामने बैंकों से आए अधिकारियों ने अपनी-अपनी ब्याजदरों को रख दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द ही कार्यपरिषद की बैठक आयोजित करेगा।

एफडी के ब्याज से क्या होगा

विवि के कुलसचिव डॉ. पुष्पराज सिंह बघेल ने बताया विवि प्रशासन के पास पहले अलग-अलग बैंकों में एफडी थी। इनके रिन्यूअल की प्रक्रिया चल रही है। इस बार हम इसकी एक एफडी बनाकर उस बैंक में राशि जमा करेंगे जहां अधिक ब्याज मिल रहा हो। ब्याज की इस राशि से छात्र हित के साथ विवि के इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित कई काम किए जाएंगे। पूरा प्रक्रिया एक कमेटी के सामने की जा रही है ताकि पारदर्शिता बनी रही।

करा रहे हैं पूरा ऑडिट

डॉ. बघेल ने बताया कि विवि में वर्ष 2017 से ऑडिट नहीं हुआ था, जिस पर ईसी मेंबरों ने नाराजगी भी जाहिर की थी। इस पर हम विवि का पूरा ऑडिट करवा रहे हैं।

ईसी में रखेंगे प्रस्ताव: कुलपति डॉ. खंडेलवाल

विवि के कुलपति प्रो. डॉ. अशोक खंडेलवाल ने बताया विवि 1 अरब की एफडी कराने की तैयारी कर रहा है। कमेटी के सामने बैंकिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसे विवि कार्य परिषद के सदस्यों के सामने पास करने के लिए रखेगा। अंतिम निर्णय कार्य परिषद का होगा तैयारी पूरी कर ली गई है।

संबंधित खबरें...

Back to top button